नई दिल्ली: रॉबर्ट वाड्रा ने केन्द्र सरकार के उस फैसले पर सवाल उठाए हैं जिसमें कहा गया है कि 31 दिसम्बर तक सभी बैंक खातों को आधार नम्बर से लिंक करना अनिवार्य है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो आप का बैंक एकाउंट सीज कर दिया जाएगा। यानी की आप बैंक से अपना ही पैसा नहीं निकाल सकते हैं। रॉबर्ट वाड्रा ने अपने फेसबुक पर लिखा भी है कि सरकार को बैंक खाते आधार नम्बर से लिंक करने की इतनी जल्दी क्यों है? साथ ही सवाल खड़ा किया है कि क्या उसके लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है।
अपने पोस्ट में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि सरकार ने ऐसे लोगों के पास जिनके पास आधार कार्ड नहीं है उनके लिए 31 मार्च 2017 तय की है। जबकि जिनके पास आधार कार्ड है उनके लिए 31 दिसम्बर अंतिम तिथि है। उन्होंने शंका जताई है कि आधार कार्ड सब कुछ नाश कर देगा क्या? अगर निर्धारित तिथि से पहले अपने बैंक एकाउंट से आधार नम्बर को लिंक नहीं किया तो आपके बैंक एकाउंट को डी-एक्टीवेट कर दिया जाएगा। इसके लिए आपकी सेलरी ट्रांस्फर नहीं होगी।
आप अपने एकाउंट को एक्सेस नहीं कर सकते हैं। अपने कार्ड को स्वैप नहीं कर पाएंगे। अपना लोन नहीं दे पाओगे। इस बात की भी कोई जानकारी नहीं है कि बैंक आपके एकाउंट को री-एक्टीवेट करेंगे या नहीं। उन्होंने सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि क्या इसे लागू करने से पहले हम लोग इसके लिए तैयार हैं, जवाब है नहीं…। वाड्रा ने कहा कि क्या हमारे देश में सभी समस्याओं का हल हो गया है? क्या आम लोगों के लिए हर रोज नए सृजन किया जा रहा है? क्या आधार कार्ड की गोपनीयता से निपटने के लिए हमारे पास उचित कानून हैं और लागू हैं?
हर नागरिक के दिमाग में ऐसे कई सवाल हैं ! वाड्रा कहना है कि इस मसले को लेकर देश में बहुत कन्फ्यूजन है। क्या इसे लागू करने के बाद इसे खत्म कर दिया जाएगा? अनिश्चिता का माहौल और भ्रम पैदा कर देगा … कृपया देश के नागरिकों के बारे में सोचें कि वे अपनी परेशानियों से घिरे हैं।