नयी दिल्ली : कांग्रेस ने देश में गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा और पीट-पीटकर जान लिए जाने की घटनाओं के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर आज कहा कि उनका बयान महज एक छलावा है और इन घटनाओं के दोषियों के खिलाफ कोई कार्वाई नहीं की जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता एवं महासचिव गुलाम नबी आजाद ने मोदी के बयान के बारे में प्रतिक्रिया पूछे जाने पर कहा, देश में इतनी घटनाएं हुई, प्रधानमंत्री ने क्या कार्वाई की। यह सब फिजूल है। एक छलावा है। उन्होंने कहा कि देश में पीट पीट कर मार डालने की घटनाएं बढ़ती जा रही है। स्थिति यह हो गयी है कि इन घटनाओं के खिलाफ कल देश के बुद्धिजीवी, लेखक तथा आम नागरिकों ने सड़कों पर उतर कर अपना विरोध जताया।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष आजाद ने कहा, प्रधानमंत्री ने यह जो बयान दिया है वह छलावे के सिवा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी कई घटनाओं में तो प्राथमिकी भी दर्ज नहीं की जाती है। सरकार द्वारा कोई कार्वाई नहीं की जा रही है। देश में गोरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा और पीट-पीटकर जान लिए जाने की घटनाओं के खिलाफ कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद, मोदी ने आज कहा कि गाय की रक्षा करने के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं है तथा किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।
महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम के शताब्दी समारोह के मौके पर मोदी ने यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि गोभक्ति के नाम पर हिंसा करना राष्ट्रपिता के आदर्शो के विरूद्ध है। गोरक्षा के नाम पर हिंसा और भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने की हालिया घटनाओं पर चिंता प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस तरह के कृत्यों से कुछ हासिल नहीं होगा। उन्होंने कहा, जब मैं यहां साबरमती आश्रम में मौजूद हूं तो मैं अपना दुख और दर्द प्रकट करना चाहता हूं। मोदी ने कहा, यह एक ऐसा देश है जहां चीटियों, कुथों, मछली को भोजन देने की परंपरा है। यह देश है जहां महात्मा गांधी ने हमें अहिंसा का पाठ पढ़ाया। हमें क्या हो गया है?