नई दिल्ली : दिल्ली प्रदेश कांग्रेस को अपनी लाज बचाने के लिए 55 लाख रुपए की जरूरत है। समय रहते अगर 55 लाख रुपए प्रदेश कांग्रेस की ओर से कोर्ट में जमा नहीं कराए गए तो प्रदेश कांग्रेस की इज्जत तार-तार हो जाएगी। 55 लाख रुपए इकट्ठे करने के लिए प्रदेश कांग्रेस की ओर से प्रयास शुरू भी कर दिए गए हैं। दिलचस्प बात यह है कि खुद प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन इस रकम को इकट्ठा करने के लिए 5 लाख रुपए देने की बात कह चुके हैं।
बड़े नेताओं से लगाई गुहार… अजय माकन ने तमाम बड़े नेताओं से गुहार लगाई थी कि प्रदेश कांग्रेस की इस देनदारी को खत्म करने के लिए सभी को सहयोग करना होगा। इस मीटिंग में खुद अजय माकन ने आगे बढ़कर पांच लाख रुपए देने की बात कही थी, इसके बाद पूर्व मंत्री डाॅ. नरेंद्र नाथ ने भी एक लाख रुपए का सहयोग करने की बात कही। हालांकि, इस दौरान बाकी पूर्व विधायकों ने इस रकम को लौटाने के लिए सहयोग करने में ज्यादा उत्सुकता नहीं दिखाई।
पार्षदों की मीटिंग
शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चौधरी चतर सिंह और पूर्व मंत्री डाॅ. नरेंद्र नाथ के नेतृत्व में कांग्रेस के सभी मौजूदा पार्षदों की एक मीटिंग बुलाई गई थी। जिसमें सभी पार्षदों से इस बाबत सहयोग करने की बात कही गई। जिसमें गुड्डी देवी पार्षद ने एक लाख रुपए का सहयोग करने की बात कही। इस मीटिंग में तीनों नगर निगमों में कांग्रेस दल के नेता (मुकेश गोयल, अभिषेक दत्त, कुमारी रिंकू) समेत लगभग 20 पार्षदों ने हिस्सा लिया था।
लग चुका है ताला
इससे पहले दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय की कुर्की के आदेश तक हो चुके हैं। जिसके बाद प्रदेश कांग्रेस के कार्यालय पर ताला जड़ दिया गया था। तीस हजारी कोर्ट ने ९४,८२,८०५ रुपए की अदायगी नहीं करने के मामले में कार्यालय कुर्क करने का आदेश दिया था। इसके बाद अदालत की टीम पुलिस बल के साथ कुर्की के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यलय पहुंची थी, लेकिन दोनों मुख्य प्रवेश द्वार पर ताला लगे होने की वजह से कुर्की नहीं हो पाई थी।
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– सज्जन चौधरी