राजधानी दिल्ली में महिला डॉक्टर का हेवानियत वाला रूप सामने आया है। महिला डॉक्टर ने घर में काम के लिए रखी गई एक नाबालिग लड़की पर इतने जुल्म ढहाए कि अगर लड़की को बचाने के प्रयास कुछ देर और ना किए जाते तो लड़की शायद ही बच पाती। डॉक्टर द्वारा एक नाबालिग लडकी पर जुल्म ढहाने का मामले सामने आया है।
दिल्ली पॉश इलाके मॉडल टाउन में एक घर बंधक बनाकर रखी गई एक नाबालिग लडकी को दिल्ली महिला आयोग ने मुक्त कराया है। महिला आयोग को इस बात की सूचना एक व्यक्ति ने फोन करके दी थी। मुक्त कराई गई लड़की के शरीर पर चोटे-खरोंचों के निशान हैं। उसे प्रेस से जलाने की भी कोशिश की गई थी। खाना नहीं दिए जाने से लड़की गंभीर रूप से कुपोषित है।
लड़की के शरीर पर कैंची से चोट पहुंचाने के भी निशान हैं। पुलिस ने इस मामले में मॉडल टाउन पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी डॉक्टर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस उपायुक्त असलम खान ने बताया कि आरोपी डॉक्टर के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम व बंधुआ मजदूरी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
महिला आयोग के हेल्प लाइन नंबर 181 पर मिली सूचना के आधार पर आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पुलिस को साथ लेकर शुक्रवार की शाम बताए पते पर पहुंची और लड़की को मुक्त कराया। लड़की की हालत इतनी गंभीर थी कि उसे फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया।
स्वाति मालीवाल ने बताया कि मॉडल टाउन के कल्याण विहार में रहने वाली डॉक्टर निधि चौधरी के घर से बच्ची को मुक्त कराया गया है। यह बच्ची झारखंड की रहने वाली है और चार महीने पहले ही एक प्लेसमेंट एजंसी के द्वारा इसे डॉक्टर के घर पर घरेलू काम के लिए रखवाया गया था।
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