बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने न्याय के साथ विकास के सिलसिले को आगे बढ़ने का संकल्प दुहराते हुए आज कहा कि करीब एक दशक के उनके प्रयासों से प्रदेश व्यापक परिवर्तन की राह पर चल पड़ा है। विकास समीक्षा यात्रा के क्रम में श्री कुमार ने दरभंगा और समस्तीपुर में जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2009 में उनके द्वारा शुरु किये विकास यात्रा के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे है।
पहले विकासात्मक कार्य होता था लेकिन अब सात निश्चय के तहत इन योजनाओं पर कार्य शुरु किया गया है जिसके कारण राज्य में परिवर्तन दिख रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कई सौ करोड़ रुपये लागत की विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की स्थिति बेहतर करने के लिए उनकी सरकार ने कई कार्यक्रम शुरु किये हैं।
इसके तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना तथा बड़ी संख्या में शिक्षण संस्थानों की स्थापना की जा रही है। उन्होंने महिला सशक्तिकरण के प्रति सरकार को कृतसंकल्पित बताते हुए कहा कि महिलाओं के विकास एवं आर्थिक सुदृढ़करण की दिशा में स्वयं सहायता समूह का गठन मिल का पत्थर साबित हो रहा है। श्री कुमार ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में 10 लाख स्वयं सहायता समूह के गठन का लक्ष्य था जिसके विरुद्ध करीब आठ लाख से अधिक सहायता समूहों का गठन किया जा चुका है।
हर समूह में दस से 15 महिलाएं होती हैं। सहायता समूहों के गठन से महिलाओं के संबंधित परिवार का आमदनी तो बढ़ ही है, साथ ही वे आर्थिक रुप से सुदृढ़ भी हुयी हैं। उन्होंने सामाजिक बुराईयों को दूर करने, समाज में सुधार और समाज की बेहतरी के लिए महिलाओं से एकजुट होने का आह्वान किया।
श्री कुमार ने सात निश्चय योजना की चर्चा करते हुए कहा कि सरकार हर घर तक पक्की सड़क, नाला, जल, बिजली और शौचालय की सुविधा उपलब्घ कराने के लिए कृत संकल्पित है। अगले साल के अंत तक सभी घरों को बिजली उपलब्ध करा दी जायेगी।
उन्होंने कहा कि सरकार इन मूलभूत सुविधाओं को चार वर्ष के अंदर उपलब्ध करायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में कानून का राज है और इसे कायम रखना है। भ्रष्टाचार को दूर करना है। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के लड़ई में लोगों से सहयोग देने की अपील की और कहा कि जहां दहेज रहित और बाल विवाह नहीं होगा वहीं वह जायेंगे।
दहेजलोभी लोगों के सामाजिक बहिष्कार करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि वे भी ऐसी शादियों में नहीं जायें।
श्री कुमार ने कहा कि जिस तरह डर से लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है, उसी तरह दहेज लेना छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि दहेज वाली शादी के विरोध करने वालें लोगों को सरकार सम्मानित करेगी। इस मौके पर उन्होंने जिले के बेनीपुर अनुमंडल के रमौली गांव निवासी रिंकी कुमारी को बाल विवाह के प्रति शिकायत करने पर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने मिथिलांचल की चर्चा करते हुए कहा कि जबतक इस क्षेत्र का विकास नहीं होगा बिहार का विकास संभव नहीं है। बिहार का विकास होगा तभी देश का भी विकास होगा। उन्होंने लोगों को साम्प्रदायिक सछ्वाव एवं सामाजिक सौहार्द्र बनाये रखने की भी अपील की।
उन्होंने कहा कि बिरौल में सात निश्चय कार्यक्रम के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) और एएनएम स्कूल खोला जायेगा। इस मौके पर नगर विकास मंत्री महेश्वर हजारी और खाद्य आपूर्ति मंत्री मदन सहनी समेत पार्टी के कई विधायक एवं विधानपार्षद ने भी सभा को संबोधित किया।
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