भोपाल : चुनाव से पहले ही मध्यप्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां चुनावी रण में कूद पड़ी है। एक तरफ जहां भाजपा में बैठकों का दौर जारी रहा, वहीं विधानसभा चुनाव के मद्देेनजर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा बनाई गई समन्वय समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पहली बैठक में आगे की रणनीति बनाई। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सहित समिति के सदस्य मौजूद रहे। बैठक के बाद दिग्विजय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 31 मई से उनकी राजनीतिक यात्रा शुरू होगी।
इस यात्रा के दौरान वे सभी जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं, नेताओं के मतभेद मिटाने की कोशिश करेंगे। प्रेस वार्ता में श्री सिंह ने कहा 31 को ओरछा से हमारी यात्रा शुरू होगी, सत्यव्रत चतुर्वेदी भी इस यात्रा में शामिल होंगे। सभी जिलास्तर में वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं के मतभेद मिटाने की कोशिश करेंगे, हमारी समिति के लोग विधानसभा के टिकट नहीं लेंगे। उन्होंने बताया कि यह यात्रा 31 अगस्त को यात्रा पूरी होगी। उन्होंने कहा कि मेरी यात्रा समन्वय समिति के अध्यक्ष के रूप मे होगी।
इधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि मंडियो में किसान परेशान हैं, पेट्रोल डीजल की कीमतों से सब बेहाल है, पानी की समस्या से पूरा प्रदेश परेशान है। वहीं सरकार अपनी उपलब्धियों का जश्न मना रही है। उन्होंने कहा कि पूरे देश मे कांग्रेस विश्वासघात दिवस मनायेगी। उन्होंने कहा 6 जून को होने वाली राहुल गांधी की सभा को सरकार ने शर्ते लगाकर असफल करने की कोशिश की। चुनाव से पहले अन्य दलों को कांग्रेस ज्वाइन कराने के सवाल पर उन्होंने कहा अभी किसी अन्य दल से चर्चा नही की है। वोट विभाजन रोकना हमारा लक्ष्य है।मीनाक्षी नटराजन के इस्तीफे का खंडन करते हुए कमलनाथ ने कहा उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है।
24X7 नई खबरों से अवगत रहने के लिए यहां क्लिक करें।