भोपाल : मध्यप्रदेश पुलिस व्यवस्था को सुधारने के लिए विश्व के जाने माने विश्वविद्यालयों के तीन शोधकर्ता पिछले चार महीने से शोध कर रहे हैं। इस शोध के लिए यहां पुलिस मुख्यालय में हाल ही में रिसर्च एंड पॉलिसी यूनिट बनाई गई है, जिसमें अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बोस्टन के शोध थिंक टैंक अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब (जे-पाल) के दिशानिर्देश पर अमेरिका सहित विश्व के प्रमुख विश्वविद्यालयों के तीन शोधकर्ता मध्यप्रदेश पुलिस के साथ मिलकर इस साल अगस्त से शोध कर रहे हैं, ताकि प्रदेश में पुलिस व्यवस्था को सुधारा जा सके।
इस रिसर्च एंड पॉलिसी यूनिट के प्रभारी एवं विदिशा जिले के पुलिस अधीक्षक विनीत कपूर ने बताया, मध्यप्रदेश पुलिस व्यवस्था को सुधारने के लिए मध्यप्रदेश पुलिस महानिदेशक ऋषि कुमार शुक्ला का अमेरिका के अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब के साथ इस साल जून में एक करार हुआ था। उन्होंने कहा कि इस पहल के तहत, तीन स्वतंत्र शोधकर्ताओं – गैब्रिएल क्रुक्स-विस्नर (यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जीनिया), अक्षय मंगला (आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी) और संदीप सुखतांकर (वर्जीनिया विश्वविद्यालय) ने मध्यप्रदेश पुलिस की शोध परियोजना पर जुलाई से काम करना शुरू कर दिया है।
कपूर ने बताया कि पुलिस महानिदेशक चाहते हैं कि प्रदेश में बेहतर पुलिस व्यवस्था हो और लड़कियां, महिलाएं एवं गरीब तबके के लोग प्रदेश में खुशहाली का जीवन जियें और उन्हें धमकियां देकर भयभीत न किया जा सके।
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