आस्था के महापर्व छठ के आखिरी दिन शुक्रवार सुबह उगते हुए सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य दिया। इस दौरान बिहार, यूपी समेत पूरा देश भक्ति के रंग से सराबोर दिखा। इससे पहले छठ पूजा के दूसरे दिन उगते सूरज को अर्घ्य देने के लिए घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए गुरुवार की शाम से ही घाटों पर श्रद्धालु जमे रहे। देश के अलग-अलग हिस्सों में नदियों व तालाबों के किनारे बनाए गए छठ घाटों पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। बिहार की राजधानी पटना के विभिन्न घाटों पर भी लाखों की संख्या में लोग उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए पहुंचे।
Prayers being offered to the rising sun on the occasion of #ChhathPuja at Delhi’s ITO pic.twitter.com/UEVsvNdABW
— ANI (@ANI) October 27, 2017
आस्था का महापर्व छठ बिहार समेत देश के कई राज्यों में मनाया जा रहा है। यह पर्व मंगलवार को नहाए-खाए के साथ शुरू हो चुका है और बुधवार को खरना मनाया गया। गुरुवार को अस्ताचलगामी (डूबते हुए) सूर्य को अर्घ्य दिया गया, जबकि शुक्रवार को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का समापन हुअा।
इस त्योहार में श्रद्धालु तीसरे दिन डूबते सूर्य को और चौथे व अंतिम दिन उगते सूर्य को अर्ध्य देते हैं। श्रद्धालु पहले दिन को इसे ‘नहाय-खाय’ के रूप में मनाते है जिसमें व्रती लोग स्नान के बाद पारंपरिक पकवान तैयार करते हैं। दूसरे दिन को ‘खरना’ कहा जाता है, जब श्रद्धालु दिन भर उपवास रखते हैं, जो सूर्य अस्त होने के साथ ही समाप्त हो जाता है। उसके बाद वे मिट्टी के बने चूल्हे पर ‘खीर’ और रोटी बनाते है, जिसे बाद में प्रसाद के तौर पर वितरित किया जाता है।
पटना में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी ने अपने घर में परिवार के संग छठ पूजा की। पूजा के बाद मीडिया से बाद करते हुए लालू यादव ने कहा कि खुशी है कि छठ का पर्व अब और बड़ा हो रहा है।लालू यादव ने सभी को छठ की शुभकमनाएं दीं। जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार और सुशील मोदी को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि इन शुभकामनाओं में सब शामिल हैं।