पटना : जन एकता जन अधिकार आंदोलन (जेजा), बिहार समन्वय की ओर से चले जन अभियान के प्रथम चरण के समापन के मौके पर आज कारगिल चौक, गांधी मैदान में विराट पेाल खोल हल्ला बोल प्रतिरोध सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बीसियों हजार की संख्या में मजदूर-किसान, छात्र-नौजवान, आशा-रसोइया-आंगनबाड़ी समेत तमाम तरह के स्कीम वर्करों, महिलाओं, दलित-अकलियत संगठन से जुड़े सदस्यों ने भाग लिया। मोदी सरकार का चार साल-देश का बुरा हाल के बैनर से आयोजित पोल खोल हल्ला बोल सभा में 31 सूत्री मांगों केो सामने लाते हुए देश के संविधन, लोकतांत्रिक ढांचे, संवैधानिक संस्थाओं,
दलित-अकलियातों-महिलाओं के संवैधानिक अधिकारों पर बढ़ते हमले और किसानों की हकमारी व मजदूरों के अधिकारों को छीनने के खिलाफ अभियान तेज करने का संकल्प सभा से लिया गया। महिलाओं के खिलाफ बर्बर हिंसा के पक्ष में राष्ट्रीय झंडा लेकर भाजपा नेताओं के उतरने की घटना ने पूरी दुनिया में भारत को शर्मसार किया है। सभा को अन्य लोगों के अलावे अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के महासचिव व पूर्व सांसद नागेन्द्र नाथ ओझा, सीटू के राज्य नेता अरूण कुमार मिश्रा,
अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा (खेग्रामस) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह विधायक सत्यदेव राम, ऑल इंडिया किसान-खेत मजदूर संगठन के कृष्णेदव साह, ऑल इंडिया यूथ लीग के अमरेश कुमार, अखिल भारतीय मजदूर यूनियन के राज्य सचिव नृपेन कृष्ण महतो, स्वराज अभियान के बिहार के नेता गौतम गुुप्ता, अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन (ऐपवा) की महासचिव मीना तिवारी, भारतीय महिला फेडरेशन की निवेदिता झा, जनवादी महिला समिति की राज्य सचिव गीता सागर, बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह, एआईकेएस बिहार के विनोद कुमार, एआईडीवाईओ के राज्य सचिव उमाशंकर वर्मा, अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह विधायक सुदामा प्रसाद, ऐक्टू के राज्य सचिव मंडल के सदस्य रणविजय कुमार, एआईएसएफ के सुशीलन कुमार आदि ने संबोधित किया।
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