फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों अपने चार दिवसीय भारत दौरे के अंतिम दिनमें आज प्रचीन धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी वाराणसी आ रहे हैं। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मैक्रों के लालबहादुर शास्त्री हवाई अड्डे पर पूर्वाह्न लगभग 10 :30 बजे पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी, केंद्रीय मंत्री आर के सिंह, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगवानी करेंगे। विदेशी मेहमानों का प्रचीन धार्मिक नगरी की संस्कृति एवं परंपरा के मुताबिक ‘हर-हर महादेव’ के जयकारे के बीच तिलक लगाकर उनका अभिनंदन किया जाएगा।
यात्रा मार्गों पर स्कूली बच्चे भारत और फ्रांस के राष्ट्रीय ध्वज लेकर उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने बताया कि मैक्रों और मोदी के साथ कई कार्यक्रमों में राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे, जबकि सिंह हवाई अड्डे पर स्वागत के बाद मिर्जापुर में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के बाद लगभग 4 :15 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। भारत में निवेश करने वाले नौवें सबसे बड़े देश प्रमुख के दीदार के लिए यहां के लोग बेहद उत्साहित हैं। उत्सव की तरह पूरे शहर की साफ-सफाई की गई है। कार्यक्रम स्थलों एवं वहां आने जाने वाले रास्तों को मैक्रों के मोदी बड़ आकार के हार्डिंग्स से सजाये गए हैं।
गंगा घाटों की सजावट धार्मिक मान्यताओं के अनुरुप किया गया है। घाटों पर विभिन्न धार्मिक परंपराओं के अनुरुप उनके स्वागत की तैयार की गई है। शहर को सजाने का कई दिनों से चल रहा कार्य कल रातभर जारी रहा। वाराणसी पुलिस अधीक्षक आर के भारद्वाज ने बताया कि खास विदेशी मेहमान के यात्रा कार्यक्रमों के मद्देनजर 13 हजार से अधिक केंद्रीय अर्द्धसैनिक एवं स्थानीय पुलिस के जवान जगह-जगह तैनात किये गये हैं। जल, थल और आकाश से सुरक्षा निगरानी की जा रही है। बड़ी संख्या में स्त्री-पुरुष पुलिस कर्मियों को सुरक्षा में तैनात किये गए हैं।
घाटों एवं तमाम कार्यक्रम स्थलों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। सीसीटीवी एवं ड्रोन कैमरों से सुरक्षा निगरानी की व्यवस्था है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विदेशी मेहमान मोदी के साथ गंगा में नौका विहार करने सहित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। एक दिवसीय यात्रा की शुरुआत वे पड़ोसी जिले मिर्जापुर के दौरे से करेंगे। दोनों शीर्ष नेता वायु सेना हेलीकॉप्टर से मिर्जापुर के दादरा कलां गांव में आयोजित एक समारोह में सोलर पॉवर प्लांट का उद्घाटन करेंगे। उन्होंने बताया कि मिर्जापुर में कार्यक्रम समाप्त होने के बाद मोदी और मैक्रों हेलीकॉप्टर से बड़लालपुर पहुंचेंगे, जहां स्थित दीन दयाल हस्तकला स्कूल का दौरा कर विश्व प्रसिद्ध बनारसी साड़ी तैयार करने वाले बुनकरों के अलावा अन्य शिल्पकारों एवं उनके द्वारा तैयार की गई खास चीजों से रुबरु होंगे।
बड़लालपुर स्थित हस्तकला संकुल से हेलीकॉप्टर द्वारा डीजल इंजन रेल कारखाना (डीरेका) परिसर और यहां से सड़क मार्ग से ऐतिहासिक असि घाट पहुंचेंगे। अधिकारी ने बताया कि मोदी अपने मेहमानों के साथ अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट तक नौका विहार करेंगे। अस्सी घाट एवं दशाश्वमेध घाट सहित लगभग 40 घाटों को काशी की परंपरा के मुताबिक अभूतपूर्व तरीके से सजाया गया है। दोनों देशों के राष्ट्रीय ध्वजों, एफिल टॉवर और डमरू, त्रिशूलों से सजाये गए घाटों का नजारा अदभुत है।
विशेष प्रकार के जहाज से गंगा से नौका विहार कर वाराणसी और यहां की प्राचीन कला, संस्कृति का दीदार के बाद विदेशी मेहमान ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट से सड़क मार्ग से नदेसर पहुंचेंगे, जहां मैंक्रों के सम्मान में आकर्षक तरीके से सजाये गए ताज नदेसर पैलेस में दावत का आयोज किया गया। दोपहर के भोजन के बाद मोदी अपराह्न 4 :00 बजे डीरेका पहुंचेंगे, जहां आयोजित एक समारोह में मंडुवाडीह स्थित रेलवे ओवर ब्रिज सहित केंद, एवं राज्य सरकार की अरबों रुपये की अनेक विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास के बाद लोगों को संबोधित करेंगे। इसे पहले मोदी महामना इंटरसिटी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर बिहार की राजधानी पटना के लिए रवाना करेंगे।
गौरतलब है कि अपने लगभग साढ़े चार साल के कार्यकाल के दौरान वाराणसी का लगभग 11 दौरे कर चुके मोदी का शीर्ष स्तर के विदेशी मेहमान के साथ यह दूसरा दौरा होगा। इससे पहले वह 12 दिसंबर 2015 को जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ आये थे और अन्य कार्यक्रमों के साथ-साथ ऐतिहासिक दशाश्वमेध घाट पर आबे के साथ गंगा मां की पूजा-अर्चना के बाद विश्व प्रसिद्घ गंगा आरती में भाग लिया था। मोदी विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचेंगे, जहां विदेशी मेहमानों को विदा करने के बाद विशेष विमान से लगभग सात बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।
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