गुरुग्राम के चर्चित प्रद्युम्न मर्डर केस पूरे देश में सुर्खियों में बना हुआ है। शुक्रवार सुबह स्कूल में 8 साल के बालक प्रद्युम्न की हत्या उसके स्कूल रेयान इंटरनेशनल के टॉयलेट में गला रेतकर कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। कंडक्टर के खिलाफ सबूत इकट्ठे करने में जुटी एसआईटी ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज कब्जे में लेकर उसकी जांच की तो कई बेहद महत्वपूर्ण सुराग एसआईटी के हाथ लगे हैं। स्कूल के जिस टॉयलेट में प्रद्युम्न की हत्या की गई है उसके बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में उसकी मौत का मंजर कैद हुआ है। आजतक की खबर के अनुसार सीसीटीवी कैमरे के कुछ फुटेज बेहद विचलित कर देने वाले हैं। फुटेज में खून से सना मासूम प्रद्युम्न टॉयलेट के बाहर फर्श पर रेंगते हुए दिख रहा है।
रेयान इंटरनेशनल स्कूल के सभी कैमरों की फुटेज को पुलिस ने जांच के लिए कब्जे में ले लिया था। आजतक/इंडिया टुडे ने उस सीसीटीवी फुटेज का विवरण हासिल करने में कामयाबी हासिल की है। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार, रेयान इंटरनेशनल स्कूल की वो बस शुक्रवार की सुबह 7.40 पर स्कूल पहुंच गई थी, जिसमें कंडक्टर अशोक कुमार मौजूद था। जब सभी बच्चे बस से उतरकर अपनी कक्षाओं में चले गए तो ड्राइवर परिसर के अंदर बस को पार्क करने के लिए आगे बढ़ता है। ठीक उसी समय, कंडक्टर अशोक स्कूल के मेनगेट से अंदर दाखिल होता है और सीधे उस टॉयलेट की तरफ बढ़ जाता है, जहां सात साल के मासूम छात्र का कत्ल किया गया था।
सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक सुबह 7.55 पर प्रद्युम्न स्कूल आता है। उसके पिता वरुण उसे और उसकी बहन को स्कूल के मेनगेट पर छोड़कर जाते हैं. ये वही मेनगेट है, जिससे कंडक्टर अशोक कुछ मिनट पहले स्कूल में दाखिल हुआ था। प्रद्युम्न की बहन अपनी कक्षा में चली जाती है जबकि प्रद्युम्न वॉशरूम में जाता है। टॉयलेट के पास लगे एक कैमरे की सीसीटीवी फुटेज में दिखाता है कि कंडक्टर अशोक और प्रद्युम्न एक के बाद एक करके टॉयलेट में दाखिल होते हैं. 7.55 और 8.10 के बीच में अशोक को बाथरूम से बाहर आते हुए देखा जा सकता है। इस दौरान फुटेज में गौर करने वाली बात ये है कि 7.55 से 8.10 के बीच कोई तीसरा शख्स टॉयलेट में जाता हुआ नहीं दिखता।
टॉयलेट से अशोक के बाहर चले जाने के कुछ पल बाद ही प्रद्युम्न एक हाथ से अपने गले को पकड़ कर बाहर की तरफ रेंगता हुआ दिखाई पड़ता है। फुटेज के मुताबिक इसके बाद वहां पहुंचने वाला पहला शख्स स्कूल माली होता है। जो टॉयलेट के बाहर फर्श पर पड़े खून से सने बच्चे को देखकर शोर मचाता है। उसकी आवाज सुनकर पास की कक्षाओं के कुछ टीचर निकलकर बाहर आते हैं, और खून से सने प्रद्युम्न के आस-पास जमा हो जाते हैं। इस हंगामे के बीच कंडक्टर अशोक दोबारा फुटेज में दिखने लगता है. वो आदमी प्रद्युम्न को उठाते हुए दिखता है, और फिर वो उसे एक टीचर की कार में डालते हुए दिखाई देता है।
इसके बाद हॉस्पिटल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। आरोपी अशोक पुलिस की गिरफ्त में है और उसने अपना जुर्म भी कूबल कर लिया है हालांकि कई लोग इस केस के पीछे किसी और षडयंत्र की बात भी कह रहे हैं।