नई दिल्ली : केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद देश का सबसे गंदा शहर है। इसे प्रदूषण के मामले में पहला स्थान दिया गया है। राजधानी दिल्ली चौथे नंबर है। टॉप 10 शहरों में उत्तर प्रदेश के चार शहर शामिल हैं। राजस्थान का जयपुर 10वें नंबर पर है।
10 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर
सीपीसीबी की ये रिपोर्ट पिछले तीन साल की निगरानी के आधार पर तैयार की गई है। इसके मुताबिक 94 शहरों में पीएम10 तेजी से बढ़ रहा है। इन शहरों में गाजियाबाद पहले नंबर पर है। रिपोर्ट के अनुसार पीएम-10 के हिसाब से सबसे ज्यादा प्रदूषित 10 शहरों में गाजियाबाद के बाद इलाहाबाद, बरेली, दिल्ली, कानपुर, फिरोजाबाद, आगरा, अलवर, गजरौला, जयपुर शामिल हैं।
क्या हैं कारण
बता दें कि धुंआ पीएम10 के इंडेक्स को सबसे ज्यादा बढ़ाता है। भवन निर्माण से उड़ने वाली धूल इसके मुख्य कारण होते हैं। हालांकि, गाजियाबाद में इसके अलावा भी कुछ और कारण मौजूद हैं।
गाजियाबाद के सबसे अधिक प्रदूषित होने का कारण इसका इंडस्ट्रियल इलाका होना बताया जा रहा है। यहां हजारों की तादाद में फैक्ट्रियां जो बड़ी मात्रा में धुआं छोड़ती हैं। इनमें चिमनियों से निकलने वाला धुंआ वातावरण को बहुत नुकसानदायक होता है।
गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ
इसके अलावा गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ भी पीएम10 बढ़ने का एक बड़ा कारण है। दरअसल, गाजियाबाद से कई राज्यों के लिए रास्ते निकलते हैं। यहां से तीन नेशनल हाईवे निकलते हैं। बड़ी संख्या में गाड़ियां यहां से होकर निकलती हैं। गाजियाबाद से होते हुए तीन नेशनल हाईवे निकलते हैं…
- नेशनल हाईवे- 24
- नेशनल हाईवे- 58
- नेशनल हाईवे- 92
इन हाईवे से होते हुए उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, और ओडिशा जैसे राज्यों में जाने की लिए गाजियाबाद से ही होकर गुजरना पड़ता है। यानि मतलब साफ है. गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ने का सबसे सबसे बड़ा कारण यहां से लगातार गुजरने वाली गाड़ियां हैं। अगर दिल्ली की बात करें तो दिल्ली में सीएनजी से चलने वाली बसें होती हैं। मगर गाजियाबाद में ज्यादातर बसें डीजल से चलने वाली होती हैं। वहीं गाजियाबाद के पास ही आनंदविहार बस अड्डे पर भी रोजाना ही देश के अलग-अलग राज्यों से सैकड़ों बसें आती-जाती रहती हैं।
हमने जब गाजियाबाद के प्रदूषण को लेकर एक्सपर्ट की राय जाननी चाही तो पोलाश मुकर्जी, रिसर्च एसोसिएट, CSE का कहना था कि गाजियाबाद में प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण यहां से गुजरने वाले वाहन हैं। वहीं यहां कि फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं के कारण भी प्रदूषण बढ़ता है।
वहीं गाजियाबाद की मेयर आशु वर्मा का कहना है कि वे जानते हैं कि यहां प्रदूषण सबसे बड़ी समस्या बन गई है। मगर इसे रोकने के लिए अब वे गाजियाबाद में ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने वाले हैं। गाजियाबाद में जल्द ही मेट्रो सेवा भी शुरू होने वाली है. जिसके बाद ज्यादातर लोग कार को छोड़कर मेट्रो से ही सफर किया करेंगे।
मगर गाजियाबाद में प्रदूषण बढ़ने का कारण सिर्फ यहां के इंड्रस्ट्रियल एरिया या फिर ये वाहन ही नहीं हैं। बल्कि यहां जमा होने वाली गंदगी भी यहां फैलने वाले प्रदूषण का मुख्य कारण दिखाई पड़ता है। अब जरूरत है कि गाजियाबाद में रहने वाले लोग भी कम से कम प्रदूषण करें ताकि गाजियाबाद प्रदूषण मुक्त हो सके।