सरकार ने रेलकर्मियों को इस साल त्योहार के मौके पर इस बार भी 78 दिन के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस देने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की आज यहां हुई बैठक में यह फैसला किया गया। बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
जेटली ने कहा कि तय फार्मूले के हिसाब से बोनस 72 दिन का ही बनता है लेकिन पिछले छह साल से 78 दिन का बोनस दिया जा रहा है। इसलिये इस बार भी 78 दिन का बोनस देने का निर्णय लिया गया। रेलवे के वित्तीय संकट के बावजूद इस साल भी रेलकर्मियों को 78 दिन का बोनस दिए जाने की घोषणा की गयी है जिसका लाभ 12.30 लाख रेलकर्मियों को मिलेगा।
2/Productivity Linked Bonus of 78 days wages to eligible non-gazetted railway employees,12.3 lakh employees to benefit #ShramevJayate pic.twitter.com/Y8vOWNCm3y
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) September 20, 2017
इस फैसले से रेलवे पर करीब 2245.45 करोड़ रुपये का भार पडऩे की संभावना है। अर्हता के दायरे में आने वाले कर्मचारियों को मिलने वाले बोनस की अधिकतम राशि 17951 रुपए होगी। बोनस के माध्यम से परिचालन, संरक्षा एवं सुरक्षा से जुड़े कर्मचारियों का मनोबल ऊंचा होता है और इससे रेलवे की दक्षता में इजाफा होता है।