जहां सभी सांसद और विधायक राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट कर रही है, वही उपराष्ट्रपति चुनाव में गोपाल कृष्ण गांधी को यूपीए उम्मीदवार बनाए जाने पर शिवसेना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और गोपाल कृष्ण गांधी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गोपाल कृष्ण को उम्मीदवार बनाकर संकीर्ण सोच दिखाई है।
इससे पहले सोनिया गांधी ने चुनाव में संकीर्ण और सांप्रदायिक सोच के खिलाफ वोट करने की अपील की थी। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि गोपाल कृष्ण गांधी ने 1993 के मुंबई धमाकों के दोषी याकूब की फांसी रुकवाने की कोशिश की है और कांग्रेस की ओर से उन्हें उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाना विपक्ष की नैरो माइंड सोच है।
Madam ji(Sonia Gandhi)you elected Gopalkrishna Gandhi
as VP candidate, he used all his power to save Yakub Memon from death penalty: S.Raut pic.twitter.com/tHOfKjAzKL— ANI (@ANI_news) July 17, 2017
राउत ने कहा कि ‘’गोपाल कृष्ण गांधी ने मुंबई में 1993 में हुए धमाके के दोषी याकूब मेमन की फांसी का विरोध किया था। ऐसे याकूब की फांसी रोकने के लिए गोपाल गांधी ने पूरी ताकत लगा दी थी और राष्ट्रपति को भी लेटर लिखा था और देश के सामने कहा था कि उनकी फांसी रुकनी चाहिए। ऐसे में इस व्यक्ति के उम्मीदवार बनाना सोनिया जी का नैरो माइंड है या बड़ा माइंड है।’’
राउत ने कहा, ‘’’सोनिया गांधी को समझना चाहिए की देश भावना के विरुद्ध गोपाल गांधी ने याकूब मेमन को बचाने के लिए एक मुहिम चलाई थी। ऐसे मैं अगर आप गोपाल गांधी को उम्मीदवार बनाते हैं तो हमें आपके दिमाग की जांच करनी पड़ेगी।’’