पटना : कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार ने कहा सब्जी के उत्पादन में बिहार पूरे देश में दूसरा स्थान पर विराजमान हो गया है। विभाग द्वारा सब्जी के क्षेत्र विस्तार के साथ इसके गुणवत्तापूर्ण उत्पादन पर भी बल दिया जा रहा है। इसके लिए सब्जी उत्पादन में अग्रणी जिलों में जैविक तरीके से सब्जी के उत्पादन हेतु सरकार की ओर से किसानों को प्रशिक्षण, जैविक उपादान, अंगीकरण, प्रमाणीकरण एवं अन्य लाभ मुहैय्या कराया जा रहा है।
सरकार कृषकों के आमदनी 2022 तक दुगुनी करने के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु हरसंभव पहलुओं पर विचार कर रही है। कृषकों एवं उद्यमियों के लिए फसलोत्तर प्रबंधन के तहत् उत्पाद हानि को रोकने एवं उनका मूल्यबर्धन हेतु अनेक कार्यक्रम संचालित हैं। राज्य के किसानों को पैक हाउस, समेकित पैक हाउस, प्री-कूलिंग इकाई, कोल्ड स्टोरेज, प्राथमिक प्रसंस्करण इकाई, राइपेनिंग चैम्बर, अपनी मंडी तथा रिटेल आउट लेट/मार्केट पर अनुदान दिया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने कहा कि बिहार में सब्जियों की भंडारण क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है। वत्र्तमान में बिहार में कुल 351 कोल्ड स्टोरेज कार्यरत हैं, जिनकी भण्डारण क्षमता 15,27,507 मेट्रिक टन है। आलू उत्पादन में राज्य पूरे देश में दूसरे स्थान पर है।
फलस्वरूप इसके उत्पादन का लगभग 25 प्रतिशत ही भंडारण हो पाता है। इसी प्रकार, बिहार में वत्र्तमान में कुल 736 निबंधित खाद्य-प्रसंस्करण उद्योग हैं, जिनमें अधिकत्तर पशुपालन एवं डेयरी उद्योग तथा अन्य से संबंधित हैं। सरकार सब्जी के प्रसंस्करण हेतु आवश्यक आधारभूत संरचना विकसित करने वाले कृषक/उद्यमियों को प्रोत्साहित करेगी।
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