गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में शुरू हुई राजनीतिक सरगरमियां और बढ़ गई हैं, क्योंकि हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। आपको बता दे कि जहां कांग्रेस के लिए बड़ी राहत की खबर है वही , भाजपा के लिए एक सिर दर्द है। लंबी खींचतान, कांग्रेस से कई दौर की बैठकों के बाद हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को समर्थन का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही ये बात भी सामने आई है कि पाटीदार आंदोलन समिति (पास) के कई नेता कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
रविवार शाम गांधीनगर में कांग्रेस नेताओं और पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नेताओं के बीच मीटिंग हुई। मीटिंग के बाद गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने बताया कि पाटीदारों के साथ जो सहमती होनी थी वो हो चुकी है। हालांकि, उन्होंने फॉर्मूले को लेकर कुछ नहीं बताया। उन्होंने बताया कि कल हार्दिक पटेल खुद इसका ऐलान करेंगे।
सोलंकी ने ये भी बताया कि पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति ने कोई टिकट नहीं मांगा है। उन्होंने बताया कि अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी ने भी टिकट की डिमांड नहीं रखी है।
हार्दिक पटेल से बातचीत के बाद ललित वसोया ने पाटीदार आंदोलन समिति के संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया है। ललित कांग्रेस के टिकट पर धोराजी विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।
आपको बता दे कि गुजरात में पहले चरण के चुनाव के लिये पर्चा भरने के लिये भले ही दो दिन का वक्त बचा है लेकिन कांग्रेस ने अब भी अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया है। पार्टी आरक्षण की मांग के बीच जटिल जातिगत संतुलन साधने के साथ ही आंतरिक गुटबाजी से भी जूझा रही है।
पार्टी की पहली सूची के आज रात तक आने की उम्मीद है। आज ही पीएएएस नेताओं और कांग्रेस नेताओं के बीच बैठक निर्धारित है। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने ज्यादा जानकारी दिये बगैर कहा कि हमारी सूची आज घोषित की जायेगी।
इसके उलट सााधारी भाजपा ने 182 सदस्यों वाली विधानसभा के लिये दो सूचियां जारी कर 106 उम्मीवारों के नामों का ऐलान कर दिया है।