फाइव स्टार होटल में पाटीदार नेता हार्दिक पटेल का सीसीटीवी फुटेज जारी होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया है। जहां एक ओर हार्दिक और अन्य कांग्रेस नेता इसे आम आदमी सुरक्षा में सेंध बता रहे हैं वहीं प्रदेश की बीजेपी सरकार का कहना है कि हार्दिक और कांग्रेस के षडयंत्र का खुलासा हो गया है। इस बीच हार्दिक फुटेज लीक करने के मामले में होटल मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेंगे।
फुटेज में हार्दिक पटेल अहमदाबाद के एक फाइव स्टार होटल की लिफ्ट से बाहर निकलते दिखाई दे रहे हैं। इसी होटल में दो दिन पहले गुजरात दौरे पर आए राहुल गांधी ठहरे थे। ये फुटेज भी उसी वक्त का है जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि हार्दिक राहुल से मुलाकात करके वापस लौट रहे थे।
इस पर हार्दिक ने राहुल से मुलाकात की बात से इनकार करते हुए गुजरात सरकार पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि गुजरात सरकार की सुरक्षा एजेंसी ने अहमदाबाद के फाइव स्टार होटल से मेरे निकलने के सात सेकंड बाद ही फुटेज जारी कर दिया। मैं ये कहना चाहता हूं कि मैं दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का निवासी हूं और एक आंदोलन की अगुवाई करने वाला नेता हूं। मैं कोई अपराधी नहीं हूं और जिससे चाहूं उससे मिलने के अधिकार मुझे हैं।
वहीं गुजरात सरकार दावा कर रही है कि किसी भी वीआईपी दौरे को मॉनिटर करना उनका रूटीन है और जब कांग्रेस उपाध्यक्ष उस होटल में ठहरे थे तो ऐसे में निगरानी रखना जरूरी था। हार्दिक कहते हैं, ‘मेरा सवाल आसान है- अगर ये सुरक्षा कारणों से किया गया तो क्या जानकारी लीक करना सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन नहीं है? मैं बताना चाहता हूं कि मैं कोई अपराधी नहीं हूं। मुझे गुजरात कांग्रेस के प्रभारी अशोक गहलोत ने होटल में बुलाया था।