ग्वालियर : ग्वालियर व्यापार मेला सांस्कृतिक एकता एवं भाईचारे का प्रतीक है। इस मेले के विकास एवं प्रगति के लिए हम सब मिलकर प्रयास करेंगें। यह बात केन्द्रीय पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने श्रीमंत माधवराव सिंधिया ग्वालियर व्यापार मेला के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में कही।
कलारंग मंच में आयोजित ग्वालियर व्यापार मेले के शुभारंभ अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रुप में प्रदेश सरकार की नगरीय विकास एवं आवास मंत्री मायासिंह, उच्चशिक्षा एवं जनशिकायत मंत्री श्री जयभान सिंह पवैया, विधायक श्री भारत सिंह कुशवाह, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मनीषा यादव, राज्यनिर्धन सामान्य आयोग के अध्यक्ष श्री बालेन्दु शुक्ल, जीडीए अध्यक्ष अभय चैधरी, साडा अध्यक्ष राकेश जादौन, प्रभारी आयुक्त ग्वालियर चंबल श्री डीडी अग्रवाल, कलेक्टर श्री राहुल जैन एवं मेला सचिवश्री शैलेन्द्र मिश्रा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिकगण एवं व्यापारीगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि ग्वालियर का मेला हम सबके लिए बहुत ही गर्व की बात है, सौ साल पुरानी यह परंपरा दिन पर दिनफलती फूलती जा रही है। समय के साथ साथ इस मेले में भी बहुत से परिवर्तन हुए हैं यह मेला विभिन्न संस्कृतियों का मेला है।
उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति में हमेशा यह कहा गया है कि युग के साथ अच्छाईयों को स्वीकार करो और आगे आएं। हम सब भी इसी भाव से मेले की प्रगति के प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर नगरीय विकास मंत्री माया सिंह ने कहा कि वर्तमान में लोगों की व्यस्ताएं बढ़ीं हैं तथा लोगों की रुचि भी बदल गई हैं लेकिन ग्वालियर का मेला आज भी जीवंत है। ग्वालियर के शिल्प मेला के प्रति आज भी लोगों में रुचि है। मेले में जरुरत की हर चीज मिलती है। लोगों को साल भर इस मेले का इंतजार रहता है।
ग्वालियर मेला लोगों के मनोरंजन एवं व्यापार का जरिया बन गया है। उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया ने कहा कि ग्वालियर का मेला हमारी धरोहर है। यह मेला सारे हिन्दुस्तान में चर्चित है। उन्होंने कहा कि अमीरों के लिए तो वर्ष भर माॅल में मेले चलते हैं लेकिन आम आदमियों के लिए ग्वालियर का मेला ही है जिसका वह वर्ष भर इंतजार करते हैं।
श्री पवैया ने कहा देश के अलग अलग राज्यों की कलाओं व कृतियों को लोग देखना चाहते हैं। खरीदना चाहते हैं, मेले में उनकी प्रगति होनी चाहिए। इसके साथ ही मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम व भारतीय खेल कुश्ती आदि को और अधिक प्रोत्साहन मिलना चाहिए। ग्वालियर मेला एप का लोकार्पण एवं सांस्कृतिक कैलेन्डर का विमोचनः मेले के शुभारंभ के अवसर पर अतिथियों द्वारा मेले में आने वाले सैलानियों की सुविधा के लिए तैयार किए गए ग्वालियर मेला एप का लोकार्पण किया। इसके साथ ही मेले में सांस्कृतिक आयोजनों के लिए तैयार किए गए सांस्कृतिक कैलेन्डर का विमोचन भी किया।
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