फरीदाबाद: दिल्ली से चल कर फरीदाबाद आ रही ईएमयू रेलगाड़ी में बृहस्पतिवार की शाम को करीब एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने दो सगे भाईयों पर चाकुओं से ताबड़ तोड़ हमला कर दिया था। इस घटना में एक भाई की मौत हो गई थी और दूसरा अभी भी अस्पताल में उपचाराधीन है। इस हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों का सुराग देने वालों को जीआरपी के अधीक्षक ने एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक यहां के गांव खंदावली में रहने वाले हासिब के बयान पर जीआरपी फरीदाबाद ने हत्या का मामला दर्ज किया है। हासिब ने अपने बयानों में कहा है कि वह यहां अपने परिवार के साथ रहता है और शहर में ही अपना कामधंधा करता है। बृहस्पतिवार की सुबहो वह अपने सगे भाई जुनैद के साथ दिल्ली के सदर बाजार में ईद की खरीदारी के लिए गया था। खरीदारी करने के बाद शाम करीब साढ़े पांच बजे दोनों घर लौटने के लिए सदर बाजार से ईएमयू रेलगाड़ी पर सवार हो गए थे। ओखला रेलवे स्टेशन से 15-20 लोग उस डिब्बे पर सवार हो गए। यह लोग अंदर आते ही दोनों के साथ धक्का मुक्की करने लगे।
कुछ देर बाद वे लोग उनके पहनावे का मजाक उड़ाने लगे। साथ ही वह धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की बातें भी कर रहे थे। परेशान होकर उसने व जुनैद ने इन लोगों का विरोध करना शुरू कर दिए। विरोध होते देख उन लोगों ने दोनों के साथ जमकर मारपीट शुरू कर दी। मारपीट के दौरान आरोपियों ने दोनों पर चाकुओं से ताबड़ तोड़ हमला कर दिया। दोनों को लहूलुहान के बाद आरोपी अगले स्टेशन पर रेल से उतर कर फरार हो गए। दोनों को बीके अस्पताल ले जाया गया। जहां से डाक्टरों ने उन्हें दिल्ली के ट्रामा सेन्टर के लिए रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान जुनैद ने दम तोड़ दिया।
इस घटना के बाद से ही रेलवे पुलिस हत्यारों का सुराग लगाने का प्रयास कर रही है। लेकिन अब तक कोई सुराग न लगने पर जीआरपी के पुलिस अधीक्षक ने आरोपियों की जानकारी, घटना की वीडियो अथवा फोटो उपलब्ध करवाने वाले व्यक्ति को एक लाख रुपये का ईनाम देने की घोषणा की है। साथ ही सूचना अथवा सुराग देने वाले व्यक्ति की जानकारी पुलिस द्वारा पूरी तरह से गुप्त रखी जाएगी। उधर हरियाणा सरकार की ओर से पृथला विधानसभा के विधायक टेकचंद शर्मा पुन्हाना के विधायक व वक्फ बोर्ड के चेयरमैन रहीसा खान तथा कांग्रेस के विधायक जाकिर हुसैन आज ट्रेन मर्डर मामले में खंदावली गांव पहुंचे।
यह विधायकों ने रेड क्रॉस सोसाइटी की तरफ से परिवार को सहायता के रूप में 5 लाख रुपए का चेक प्रदान किया जबकि वक्फ बोर्ड की ओर से 500000 रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का भी वायदा किया गया। पीडि़त परिवार को संबोधित करते हुए तीनों विधायको ने यह माना कि यह घटना बीफ को लेकर नहीं, बल्कि रेल में सीट को लेकर हुई थी, लेकिन कुछ लोग इसे सांप्रदायिकता का रंग देना चाह रहे हैं। विधायकों ने कहा कि इस तरह से आपसी भाईचारे का माहौल बिगड़ ना किसी के लिए भी सही नहीं है। सबको यह सोचना चाहिए कि इस दुख की घड़ी में परिजनों को कैसे मरहम लगाया जा सके।
विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का साफ तौर पर यह आदेश है कि इस मामले में आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। चाहे वह कोई भी हो। विधायक टेकचंद शर्मा ने इस मौके पर पीडि़त परिवार को रेडक्रॉस की ओर से 5 लाख रुपए का चेक दिया जबकि रहीसा खान ने वक्फ बोर्ड की ओर से 5 लाख रुपय देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी बात कही। वही जुनेद के पिता की माने तो विधायकों ने उन्हें यह आश्वासन दिया है कि आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पिता की माने तो हमारे द्वारा की गई मांगों को विधायक टेकचंद शर्मा व अंय विधायकों ने मानकर मुख्यमंत्री तक उनकी मांग पहुंचाने का आश्वासन दिया है। जुनेद की पिता की मान्यता रहीसा खान ने उनसे यह वादा किया है कि वक्त बोर्ड में उनके एक बेटे को सरकारी नौकरी पर लगा दिया जाएगा।
(राकेश देव)