कुरुक्षेत्र: अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान दुनिया भर के लोग कुरुक्षेत्र में जुटेंगे। इस अवसर पर लोगों की सुविधा के लिये विभिन्न सुविधाओं के लिये सरकार ने विभिन्न ठेके दिये है जिनमें से खानपान के लिये ठेका दिया गया है। यह ठेका कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव अशोक सुखीजा और और उनके बेटे को मिला है। ब्रह्म सरोवर पर स्थापित किये गये इन फूड कोर्ट्स का अनुबंध अशोक सुखीजा और और उनके बेटे की कंपनी के नाम पर अलाट किया गया है और दोनों इसमें पार्टनर है।
सुखीजा निविदा प्रक्रिया खोलने वाली कमेटी के चेयरमैन थे और इस कमेटी ने करनाल आधारित पोषक फूड को 55 लाख में अलाट किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड ने 18 विभिन्न कामों के लिये निविदाएं आमंत्रित की थी। इनमें से 16 कार्यों के लिये आनलाइन और आफॅलाइन प्रारुप में कार्य अलाट किये गये और फूड कोर्ट और मनोरंजन गतिविधियों के लिये ओपन नीलामी के जरिये कार्य का अलाट किया गया।
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के रिकार्ड के अनुसार फूड कोर्ट श्रेणी में छह लोगों ने निविदा भरी थी और पोषक फूड को सबसे बड़ी बोली लगाने के लिये कार्य अलाट कर दिया गया था। अशोक सुखीजा ने कहा कि उन्होंने बोर्ड के सदस्यों को सूचित कर दिया था कि उनकी कंपनी भी ओपन बोली में भाग लेगी लेकिन बोर्ड सदस्यों ने उन्हें सलाह दी कि वे नीलामी कमेेटी की अध्यक्षता कर सकते है जिसके बाद उन्होंने उस बैठक में भाग लिया था। सुखीजा ने कहा कि मेरे बेटे को कोई भी व्यापार करने का अधिकार है और गीता महोत्सव के दौरान उन्हें काम अलॉट करने में किसी भी प्रकार से फायदा नहीं पहुंचाया गया।
पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग की गई थी और यह पूरी तरह पारदर्शीं तरीके से अलाट किया गया। हालांकि मैने अपने बेटे के वित्तीय नुक्सान की भरपाई होने की स्थिति में इस कार्य से हट जाने की बात कही है। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की सीइओ पूजा चनवारिया ने कहा कि उन्हें सुखीजा के बेटे के निविदा बोली में भाग लेने की कोई पूर्व सूचना नहीं थी और अगर ऐसा होता तो वह इस पर पहले ही आपत्ति जता देती। हालांकि ऐसीकोई पूर्व सूचना की आवश्यकता भी नहीं होती क्योंकि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड कभी किसी का फेवर नहीं लेता। आरएसएस के कार्यकर्ता रहे अशोक सुखीजा करनाल जिला के पूर्व भाजपाध्यक्ष रहे है और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड में मानद सचिव का पद सृजित होने के बाद उन्हें कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड में इस पद पर नियुक्त किया गया था।
मानद सचिव वार्षिक गीता जयंती समारोह के आयोजन के लिये जिम्मेदार होते है। हरियाणा के राज्यपाल कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के अध्यक्ष होते है और उनकी देखरेख में 48 किलोमीटर में फैले इस धर्म स्थल में विभिन्न आयोजन किये जाते है और विकास कार्यों को पूरा किया जाता है। इस बार गीता जयंती समारोह के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मुख्य अतिथि होंगे। इस समारोह में 20 लाख लोगों के भाग लेने की संभावना है।