चंडीगढ़: देशभर की सुर्खियों में छाए बराला प्रकरण में दिनभर ड्रामा चला। पिछली दफा हलकी धाराओं के बूते थाने से ही जमानत पाने में सफल रहे विकास बराला और उसके साथी का वीरवार को सेक्टर 26 के पुलिस थाने आकर पूछताछ में शामिल होना सबसे बड़ी घटना रही। इससे पहले पुलिस द्वारा मंगलवार की रात को सुभाष बराला के घर समन भिजवाए गए थे, जिसे नहीं लिया गया। इस पर पुलिस ने सुबह 6 बजे घर पर समन चस्पां कर दिए और सुबह 10 बजे के करीब बराला परिवार ने समन को रिसीव करते हुए विकास बराला को पुलिस के सामने पेश होने की तैयारी शुरु कर दी। इसी दौरान दूसरी बड़ी घटना बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला द्वारा दिन में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाना रहा। इस सूचना पर पूरा मीडिया पुलिस थाने से कोठी पर पहुंच गया।
इस दौरान बीजेपी के प्रवक्ता व हरियाणा हाऊसिंग बोर्ड के चेयरमैन जवाहर यादव उनके साथ मौजूद रहे। यहां बराला ने कहा कि कानून अपना काम करे और वे किसी पर दबाव नहीं बना रहे। दूसरी ओर यादव ने लंबा चौड़ा भाषण देते हुए कांग्रेस शासनकाल के दौरान हुई ऐसी घटनाओं का उल्लेख करते हुए मामले की दिशा सियासी करने की कोशिश की। प्रेस कॉन्फ्रेंस की सूचना पर मीडिया बराला से मिलने पहुंचा। यहां बीजेपी के प्रवक्ता जवाहर यादव ने लंबा चौड़ा भाषण दिया और बराला ने बोलना शुरु किया तो इसी दौरान उनके असिस्टेंट ने उनके हाथ में फोन दिया। बराला प्रेस कॉन्फ्रेंस के बीच से उठकर दूसरे कमरे में चले गए और इस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म हो गई।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मीडिया के सवाल नहीं लिए गए जिससे लग रहा है कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को बुलाकर मीडिया को भटकाने की कोशिश की गई ताकि जब विकास बराला को थाने पहुंचने पर मीडिया से बचाया जा सके। जिस समय विकास बराला और आशीष एक गाड़ी में थाने पहुंचे तो एकाएक जोरदार बारिश हो गई। पुलिस उन्हें मीडिया से बचते-बचाते सीधे थाने में ले गई।इस मामले में हैरान करने वाला तथ्य यह भी सामने आया कि आरोपियों ने पुलिस को अपने खून व यूरीन के नमूने देने तक से इंकार कर दिया था। अस्पताल के सूत्रों के अऩुसार उन्हें इसके लिए कोई आग्रह नहीं किया गया था।
इस बारे में डीजीपी तजेंदर सिंह लूथरा ने बताया कि आरोपी लॉ ग्रेजूएट हैं, उन्हें कानूनन मालूम था कि वे सैंपल के लिए मना कर सकते हैं। पुलिस ने बराला फेमली द्वारा समन रिसीव किए जाने की सूचना पर अपनी तैयारी पूरी कर ली थी। पुलिस इस बात के लिए भी तैयार थी कि अगर समन लेने के बावजूद विकास बराला व आशीष थाने नहीं पहुंचते हैं तो उनको पकडऩे के लिए टोहाना और फतेहाबाद में पुलिस पार्टियों को तैनात कर दिया गया था। लेकिन, सुभाष बराला ने बयान देकर साफ कर दिया था कि समन की सूचना विकास को दे दी गई है और वह पुलिस पूछताछ में शामिल होगा।
(आहूजा)