होडल: एक ओर जिला पुलिस प्रशासन द्वारा विभिन्न स्कूलों के आसपास घूमने वाले आवारा और मनचले किस्म के युवकों को सबक सिखाने के लिए दुर्गा आप्रेशन चलाया हुआ है,जिसके तहत मनचले युवकों को चेतावनी देकर छोडने की कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर होडल से हसनपुर तथा हसनपुर से पलवल तक आने जाने वाले वाहनों में छात्राएं सुरक्षित नहीं हैं। बसों व अन्य वाहनों में सवार मनचले युवक पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए स्कूली छात्राओं और महिलाओं के साथ खुलेआम छेडछाड जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। जिले में पुलिस प्रशासन द्वारा शुरु किया गया आप्रेशन दुर्गा अभियान शायद फाटो खिंचावने तक ही सीमित होकर रह गया है,जबकि मनचले और आवारा किस्म के युवक आज भी स्कूली छात्राओं के साथ अभद्रता से पेश आ रहे हैं। इस प्रकार के युवकों को सबक सिखाने के लिए शुरु किया गया आप्रेशन दुर्गा अभियान उनके लिए कोई खास मायने न हीं रखता है। पुलिस प्रशासन की अनदेखी के चलते उप मंडल की स्कूली छात्राएं और महिलाएं भी इस प्रकार की वारदातों से शर्मसार होती रहती हैं।
मामले को लेकर अधिवक्ता पवन कुमार सौरोत लीगल ऐड काउंसिल ने डी.एस.पी. को लिखित शिकायत देकर इस प्रकार के युवकों के खिलाफ कडी कार्रवाई किए जाने की मांग की है। शिकायत में अधिवक्ता सौरोत ने बताया कि होडल से हसनपुर तथा हसनपुर से बाया दीघोट होते हुए पलवल तक आने जाने वाले वाहनों में मनचले और आवारा किस्म के युवकों द्वारा खुलेआम गुडागर्दी की जा रही है। उक्त सडक मार्ग पर चलने वाली प्राईवेट व राज्य परिवाहन की बसों में विभिन्न गावों से स्कूली छात्राएं सफर करती हैं। इन्हीं बसों में कुछ मनचले और आवारा किस्म के युवक भी चलते हैं। इस प्रकार के युवक छात्राओं के साथ अभद्र व्यवहार और छेडछाड करने से भी नहीं चूकते हैं। इतना ही नहीं अगर कोई छात्रा इनका विरोध करने का प्रयास करती है तो युवक उनके साथ मारपीट तक करने में पीछे नहीं रहते हैं।
शिकायत में बताया कि जिला पुलिस प्रशासन द्वारा आप्रेशन दुर्गा के नाम से मनचले और आवारा किस्म के युवकों की मनोदशा दुरुस्त करने के लिए अभियान चलाया हुआ है,लेकिन पुलिस का उक्त अभियान शायद पलवल तक ही सीमित होकर रह गया है। अधिवक्ता सोरोत ने उक्त अभियान को होडल से हसनपुर सडक और हसनपुर दीघोट सडक मार्ग पर भी शुरु किए जाने की मांग की है, ताकि स्कूली छात्राओं और महिलाओं को मनचले युवकों के साथ उनके द्वारा की जाने वाली छेडछाड, अभद्रता और अश्लील हरकतों से शर्मसार ना होना पडे।
– गौरव बंसल