गुरुग्राम : जम्मू के राजौरी जिले के भिंबर गली सैक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए गुरुग्राम के गांव रनसिका के वीर सपूत कैप्टन कपिल कुंडू का उनके पैतृक गांव में देर रात राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि कर दी गई। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए गांव के उस मैदान में लोगों का हुजूम उमड़ा था जहां वह कभी खेला करते थे। शव यात्रा के दौरान शहीद कपिल कुंडू अमर रहे, जब तक सूरज-चांद रहेगा शहीद कपिल कुंडू तेरा नाम रहेगा नारों से पूरा गांव गूंज उठा। पंद्रह जम्मू कश्मीर लाईट इनफेंट्री के कैप्टन कुंडू का पार्थिव शरीर शाम को ही उनके पैतृक गांव लाया गया था।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार सूर्यास्त होने के बाद अंतिम संस्कार की रस्म अदायदी नहीं होती है लेकिन शहीद की मां सुनीता कुंडू ने अपने लाल को रात को ही विदाई देने का मन बना लिया। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हुए कैप्टन कपिल कुंडू का बीती देर सायं राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस मौके पर सिर्फ कांग्रेस से रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ही शरीक हुए। मां सुनीता ने कहा आज पूरा देश मेरे वीर बेटे की शहादत को सलाम कर रहा है लेकिन उसके अंतिम संस्कार में कोई नहीं पहुंचा। शहीद की मां सुनीता कुंडू का कहना है कि उन्हें अपनी सेना और लोगों से प्यार है। उनको किसी भी नेता की कोई परवाह नहीं है।
हरियाणा के वीर सपूत शहीद कैप्टन कपिल कुंडू की मां सुनीता को अपने बेटे के बलिदान पर नाज है, लेकिन नेताओं से नाराज है। मां ने डबडबाई आंखों से कहा मेरे और बेटे होते तो उन्हें भी देश पर बलिदान कर देती। लेकिन हमारे नेताओं के पास शहीद के संस्कार में आने तक समय नहीं है। बीती शाम शहीद कुंडू का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव रनसिका में लाया गया। यहां राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद कपिल के शव को मुखाग्नि दी गई। जहां पर हरियाणा का वीर सपूत कपिल खेला करता था उस मैदान में अंमित विदाई देने के लिए आस पास के गांवों के सैकड़ों लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। शहद कपिल अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा कपिल तेरा नाम रहेगा के उद्घोष से पूरा गांव गूंज उठा।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।
(सतबीर भारद्वाज)