सोनीपत: शहर के दिल्ली रोड़ स्थित फिम्स अस्पताल द्वारा एक मरीज से डेंगू की बीमारी ठीक करने के नाम पर धोखाखड़ी व झूठा झांसा देकर लाखों रूपए ठगने का मामला प्रकाश में आया है। इतना ही नहीं पीडि़त से प्लेटनैस बढ़ाने के नाम पर 19 युवकों का खून लिया गया और इतना ही नहीं अस्पताल ने खून के साथ 14 युवकों से प्रति युवक 12 हजार रूपये से ज्यादा व 5 युवकों से तीन हजार प्रति युवक रूपये ऐठ लिए तथा इजैक्शन के नाम पर भी ठगी कर डाली। पीडि़त ने इसकी शिकायत जिला उपायुक्त को की है। जिस पर कार्रवाई करते हुए स्वास्थ्य विभाग को मामले की जांच का जिम्मा सौंपा गया है। मामले में दो वरिष्ट चिकित्सकों की एक कमेटी बनाई गई है जो मामले की जांच करेगी।
लिबासपुर निवासी जगत सिंह पुत्र रणजीत सिंह ने जिला उपायुक्त को दी शिकायत में बताया कि उसका बच्चा विजय (19) बीमार हो गया, जिसको उसने दिल्ली रोड़ स्थित फिम्स अस्पताल में भर्ती करा दिया। उसका आरोप है कि चिकित्सकों ने उसके बच्चे को डेंगू घोषित कर दिया तथा उसकी प्लेटनेस अस्पताल के टेस्ट में 4 हजार दशाई। उसकी प्लेटलेट बढ़ाने के लिए चिकित्सकों ने उसको खून उपलब्ध कराने को कहा। जिसके चलते वह अपने गांव से एक के बाद एक 19 युवकों को खून देने के लिए अस्पताल ले गया। जिस पर चिकित्सकों ने 14 युवकों का खून लिया। उसने बताया कि खून देने के साथ-साथ उसे 14 युवकों का 12200 प्रति युवक व 5 युवकों का खून 3 हजार प्रति युवक के हिसाब से जमा कराना पड़ा।
उसने डीसी को दी शिकायत में बताया कि उसने जब अपने बच्चे का शहर की एक प्राईवेट लैब से खून जांच कराया तो उसकी पलेटनेटस 51 हजार दशाई गई। जिस पर उसके पैरो तले की जमीन खिसक गई। जिससे उसे अस्पताल में चिकित्सकों द्वारा ठगी का अंदेशा हुआ। इतना ही नहीं उस पर बच्चे को ठीक करने के लिए दिल्ली से एक इंजेक्शन लाने को कहा गया, जिसकी कीमत चिकित्सकों ने 28 हजार रूपये बताई। जबकि यह इजैक्शन कहीं और न होकर अस्पताल में ही होता था और उस पर कीमत अंकित नहीं होती है। पीडि़त का आरोप है कि उसे बच्चे को अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सकों ने डेंगू की झूठी रिपोर्ट तैयार कर उसे कई दिनों तक ठगते रहे।
उसका आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन व चिकित्सकों ने उससे लाखों रूपये ठग लिए है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के सी.एम.ओ. जसवंत सिंह पूनियां ने बताया कि उनके पास शिकायत आई है। जिस पर चिकित्सा विभाग ने डा. सीताराम व डा. आदर्श शर्मा की दो सदस्यीय एक कमेटी गठित की है, जो मामले की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने बताया कि यदि कोई अनियमितता पाई जाती है तो कानून कार्रवाई की जाएगी।
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(योगेश सूद)