जींद: छात्रा के साथ दो साल तक सामूहिक दुष्कर्म के गुमनाम पत्र के पीछे क्या हकीकत है और इसमें पुलिस कितनी और किस स्तर पर कार्रवाई कर रही है, इसे जांचने के लिए महिला आयोग की सदस्य ने रविवार को जींद का दौरा करते हुए अभी तक की गई कार्रवाई के दस्तावेजों को खंगाला। उन्होंने आरोपी प्राध्यापकों, स्कूल प्रिंसीपल यहां तक चपरासी से भी गहन पूछताछ के निर्देश दिये।
महिला आयोग की सदस्य सुमन बेदी ने जींद जिला का दौरा कर एक बेनामी शिकायत के निपटान को लेकर गठित एसआईटी टीम के सदस्यों से बातचीत की। उन्होंने एसआईटी विशेष रूप से उप पुलिस अधीक्षक रामभज व सदस्यों को निर्देश दिए कि वे शिकायत के मूल में जाकर अपराधी लोगों को सलाखों के पीछे पहुंचाने में कोई कोर कसर न रखें। जांच निष्पक्ष तरीके से शीघ्र करवाई जानी चाहिए। महिला आयोग की सदस्य ने बताया कि एक गुमनाम छात्रा ने तीन अध्यापकों पर सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने इस मौके पर एसआईटी के सदस्यों को कहा कि भले ही शिकायतकर्ता इस शिकायत को लेकर सामने नहीं आ रही है फिर भी शिकायत में उल्लेख की गई बातों के आधार पर अपराधियों तक पहुंचने के लिए पूरे प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि शिकायत में उल्लेख किए गए शिक्षकों से सख्ती से जांच की जा सकती है। इसके अलावा पुलिस जांच के अन्य तरीके भी अपनाकर अपराधियों तक पहुंचने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि शिकायत में छात्रा ने इस बात का उल्लेख किया है कि उसे कोचिंग लेने के बहाने बुलाया जाता था। ऐसी सूरत में चौकीदारों से भी पूछताछ की जा सकती है।
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– संजय शर्मा