झज्जर: भाजपा सांसद राजकुमार सैनी ने प्रदेश के पूर्व सीएम चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पर तंज कसते हुए कहा है कि अपनी ही पार्टी के दलित अध्यक्ष की गर्दन तुड़वाकर हुड्डा न सिर्फ दलित सम्मेलन करवा रहे है बल्कि अपने घडियाली आंसू बहाने के लिए किसान पंचायतें भी कर रहे है। सांसद सैनी वीरवार को झज्जर के छावनी मौहल्ले में सैनी समाज द्वारा आयोजित किए गए एक धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए यहां आए थे। इस दौरान मीडिया से मुखातिब होते हुए सैनी पूर्व सीएम हुड्डा द्वारा आयोजित की जा रही किसान पंचायतों व दलित सम्मलनों पर जमकर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि आज हुड्डा इन किसान पंचायतों के बहाने किसान हितैषी होने को झूठा ढोंग रच रहे है,जबकि तीन साल पहले उन्होंने ही प्रदेश की सत्ता पर दस साल तक राज किया।
यदि वह वास्तव में किसानों को भला करना चाहते थे तो उन्होंने उसी दौरान ही हरियाणा के किसानों का भला कर देना चाहिए था। लेकिन अब उनके पास ऐसी कौन सी जादू की छड़ी हाथ लग गई है कि वह अब किसानों का भला करने को आतुर है। जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान बांटे गए सरकार के मुआवजे पर अपनी ही पार्टी की सरकार को संदेह के कठघरे में खड़ा करते हुए सैनी ने कहा कि मुआवजा देने का सरकार के पास कोई पैरामीटर नही है। क्योंकि इस राज में जब तांडव करने वाले ही मुआवजा व सरकारी नौकरियां ले गए तो फिर राम-रहीम प्रकरण के दौरान हुए दंगे में मरे लोगों को आश्रितों को भी मुआवजा दे देना चाहिए।
कैथल जिले के एक गांव में अपने कार्यक्रम के दौरान वहां के कुछ लोगों द्वारा जनसभा के टैंट उखाडऩे व पुलिस द्वारा उन्हें कस्टड़ी में लेने बाबत पूछे गए प्रश्र का जवाब देते हुए सांसद सैनी ने कहा कि यह एक तरह से प्रजातंत्र का गला घोटने वाली घटना है। वहां करीब चार हजार लोगों को गुलाम बना दिया गया और जो लोग तांडव करने में मशहूर है उन्हें खुला छोड़ दिया गया। इस घटना को लेकर पूरे प्रदेश के लोगों में आक्रोष है और लोग समय आने पर इसका जवाब देंगे। इस मौके पर उनके साथ पंडित हरिश्मशेर कौशिक, डा.अशोक दिक्षित,तेजबीर सैन, जिलाध्यक्ष गजराज यादव, प्रदेश सलाहाकार रमेश सैनी, मीडिया प्रभारी नरेश, सुखबीर जांगडा, नफे सिंह, एडवोकेट अनिल सैनी भी मौजूद रहे।
(विनीत नरुला)