रोहतक: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालिवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से लेकर पूरी सरकार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे को बचाने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से मामले को लेकर मुख्यमंत्री ने बयान दिया है वह बेहद निंदनीय है, ऐसे मामलो में आरोपियों को कड़ी सजा दी जाए, ताकि वह भविष्य के लिए सबक बने। साथ ही स्वाती मालिवाल ने चंडीगढ़ पुलिस पर भी राजनीतिक दबाव में काम करने का आरोप लगाया। मालिवाल ने कहा कि मामले को लेकर जिस तरह चंडीगढ़ पुलिस बार बार पलट रही है, उससे साफ है कि कई न कई पूरा राजनीतिक दबाव है।
उन्होंने कहा कि सुभाष बराला को तुंरत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और निष्पक्ष जांच के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री को भी इस्तक्षेप करना चाहिए, ताकि एक बेटी को न्याय मिल सके। स्वाती मालिवाल ने पीडित लड़की की सराहना की। सोमवार को दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालिवार रोहतक पहुंची और निजी कार्यक्रम में शिरक्त की। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने चंडीगढ़ पुलिस द्वारा मामले को लेकर की जा रही कारवाई पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फूटेज गायब होना एक बड़ा संदेह पैदा करता है। मालिवाल ने कहा कि यह पूरी तरह से साफ हो चुका है कि मामले में राजनीतिक दबाव के चलते चंडीगढ़ पुलिस सही प्रकार से काम नहीं कर रही है, जिस तरह से युवती को रोकने व उसके अपहरण के प्रयास करने को लेकर जो धाराएं बनती है, उसके तहत आरोपियों के खिलाफ केस बनना चाहिए।
पालिवाल ने कहा कि मामला सामने आने के बाद अगर सुभाष बराला अपने बेटे का मोह छोड़ कर पीडित युवती के पक्ष में खडे होते तो माना जाता कि सही प्रकार से जांच होगी और बेटी को न्याय मिलेगा, लेकिन आज पूरी सरकार ही बराला के बेटे को बचाने में जुटी हुई है। उन्होंने प्रदेश में महिलाओं पर बढ़ रहे अपराधों को लेकर गहरी चिंता जताई और कहा कि बेटी बचाओ बेटी पढाओ का नारा भाजपा का एक ढोग है और इसका जीता जागता उदाहरण सुभाष बराला के बेटे द्वारा की गई करतूत है। उन्होंने कहा कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाए और आरोपियों को कडी से कडी सजा मिले, ताकि भविष्य के लिए एक सबक हो।
(मनमोहन कथूरिया)