मानुषी छिल्लर के चीन के सान्या शहर में हुई विश्व सौंदर्य प्रतियोगिता में सभी प्रतियोगियों को पछाड़ कर मिस वर्ल्ड-2017 का ताज जीतने पर हरियाणा सहित समूचे देश में खुशी का माहौल है। देश को 17 साल के अंतराल के बाद हरियाणा मूल की दूसरी बेटी ने यह गौरव नवाजा है। इससे पहले अम्बाला मूल की विश्व सुंदरी और बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ ने यह ताज जीत कर विश्व में भारत की खूबसूरती का ढंका बजाया था।
मानुषी मूलत हरियाणा के झज्जर जिले के बामनोली गांव की हैं जहां इस समय हर घर में खुशी का माहौल है। गत 25 जून को वह फैमिना मिस इंडिया-2017 का खिताब जीतने के बाद जब गत तीन जुलाई को अपने पैतृक गांव आईं थीं तो उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ था। मानुषी के परदादा दशकों पहले गांव छोड़ कर दिल्ली चले गये थे। दिल्ली में 14 मई 1997 को जन्मी मानुषी की स्कूली पढ़ाई दिल्ली के सेंट थॉमस स्कूल में हुई है। उसके पिता मित्रवसु छिल्लर और माता नीलम छिल्लर दोनों डॉक्टर हैं। उसके चाचा दिनेश छिल्लर और चाची ऊषा कटारिया भी डॉक्टर हैं।
मानुषी ने 12वीं की परीक्षा में टॉप करने के बाद पहले ही प्रयास में अखिल भारतीय प्री-मैडीकल परीक्षा पास कर ली थी। वह इस समय सोनीपत के खानुपुर स्थित भगत फूल सिंह महिला मैडीकल कॉलेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की पढ़ाई कर रही है। उसके कॉलेज और सहपाठियों में खुशी का माहौल है और रविवार को यहां बड़ा जश्न हुआ। मानुषी इसी कॉलेज में एक साल पहले कैम्पस पि्रंसेस भी चुनी गई थी। कॉलेज की सहपाठियों को अब सिर पर ताज पहनी मानुषी के आने का इंतजार है और एक बार फिर यहां बड़ा जश्न होगा।
मेडीकल कॉलेज के निदेशक पी.एस. गहलोत का कहना है कि मानुषी की इस उपलब्धि से देश और हरियाणा का गौरव तो बढ़ ही है साथ में कॉलेज का भी नाम रोशन हुआ है। उन्हें भी मानुषी के कॉलेज पहुंचने का बेसब्री से इंतजार है। गत जून में फैमिना मिस इंडिया-2017 का खिताब जीतने के बाद मानुषी गत दो अगस्त को एक कम्पनी के उत्पाद की लॉचिंग के सिलसिले में जब गुरूग्राम आईं थीं तो उन्होंने मीडिया के एक सवाल पर कहा था कि उसमें अब आत्मविश्वास बड़ा है और अगला सपना अब मिस वर्ल्ड-2017 का खिताब जीतना है। मानुषी की यह इच्छा उसकी लग्न और आत्मविश्वास के साथ आखिरकार पूरी हो गई।