रोहतक: हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रतिभा सुमन ने कहा है कि महिलाओं के विरूद्ध अपराध व उत्पीडऩ के मामलों को आयोग गंभीरता से ले रहा है और आयोग पीडि़त पक्ष को न्याय दिलाने का काम करेगा। श्रीमती प्रतिभा सुमन ने आज महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के फैकल्टी हाऊस में एक महिला सुरक्षा कर्मी की यौन उत्पीडऩ की शिकायत के संंबंध में दोनों पक्षों व संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों से बातचीत कर उनके बयान रिकार्ड करवाए। प्रतिभा सुमन ने बताया कि मीडिया में प्रकाशित यौन उत्पीडऩ के मामले में ही उन्होंने आज फैकल्टी हाऊस पहंचकर संबंधित पक्षकारोंं के बयान दर्ज करवाए है। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ता महिला से भी उन्होंने अलग सें बातचीत की है और उसे विश्वास दिलाया है कि महिला आयोग मामले की बारिकी से जांच पड़ताल करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि सच्चाई जानने के लिए आरोपी पक्ष से भी अलग बातचीत की गई है।
उल्लेखनीय है कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में एक कंपनी के माध्यम से कार्यरत महिला कर्मी ने अपने ही एक सुरक्षा अधिकारी पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। विश्वविद्यालय इस बारे में पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि शिकायतकर्ता व आरोपी पक्ष दोनों ही विश्वविद्यालय के कर्मचारी नहीं है। प्रतिभा सुमन ने कहा कि आयोग इस मामले के संबंध में मोबाईल कॉल डिटेल भी निकलवायेगा। उन्होंने कहा कि सत्यतता सामने आने पर ही आयोग द्वारा आगामी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि महिला आयोग महिलाओं को उनके अधिकारी दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध है और अगर उनके अधिकारों का कहीं पर हनन होता है तो आयोग उस पर कार्यवाही करता है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा आयोग द्वारा यह भी देखा जा रहा है कि महिलाओं को सुरक्षा के लिए जो कानून बनाये गए है उन्हें सही तरीके से लागू किया जा रहा है या नहीं।
महिला आयोग की अध्यक्षा श्रीमती प्रतिभा सुमन से उपरोक्त मामले में बातचीत के दौरान मदवि कुलपति प्रो. बिजेन्द्र कुमार पूनिया ने कहा कि मदवि कैंपस में महिलाओं के उत्पीडऩ एवं उनके खिलाफ हिंसा की प्रति जीरो टोलरेंस की नीति अपनाई जाती है। विश्वविद्यालय प्रशासन इस संबंध में किसी भी तरह की अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगा, तथा नियमानुसार सख्त कार्रवाई करेगा। कुलपति ने कहा कि मदवि परिसर में लैंगिक संवेदीकरण के लिए भी पूरे साल विविध गतिविधियां भी आयोजित की जाती हैं। चीफ वार्डन गल्र्ज प्रो. राजेश धनखड़ ने बताया कि महिला छात्रावास परिसर में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था है। इस परिसर में छात्राओं का प्रवेश पहचान पत्र के आधार पर होता है। प्रत्येक छात्रावास के एन्ट्री पर दो-दो सीसीटीवी कैमरे तथा परिसर मुख्य द्वार पर चार सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा दृष्टिकोण से लगा रखे हैं। पूरे महिला छात्रावास में 27 सीसीटीवी कैमरे सुरक्षा के दृष्टिकोण से लगाई गई हैं।
मदवि परिसर में विश्वविद्यालय की अपनी एक पीसीआर (सुरक्षा जीप) तथा सिक्युरटी एजेंसी ईगल की दो क्वीक रिसपांस टीम सुरक्षाकर्मी युक्त वाहन ड्यूटी पर तैनात रहते हैं, तथा परिसर में गश्त लगाते हैं। विश्वविद्यालय महिला छात्रावास में विशेष तौर पर दस महिला सुरक्षा कर्मी भी तैनात किए गए हैं। इस अवसर पर नियंत्रक सुरक्षा तरूण शर्मा ने मदवि परिसर में सुरक्षा व्यवस्था की ब्रीफिंग दी। विश्वविद्यालय की कार्यस्थल पर महिला के खिलाफ यौन उत्पीडऩ एवं हिंसा रोकथाम समिति की अध्यक्षा प्रो. रेणु चुघ ने मदवि में यौन उत्पीडऩ रोकथाम हेतु उठाए गए कदमों तथा संवेदीकरण कार्यक्रमों की जानकारी अध्यक्षा प्रतिभा सुमन को दी। इस अवसर पर पार्षद विजय आर्या, कुलसचिव जितेन्द्र भारद्वाज, प्रॉक्टर प्रो. सुरेश चन्द्र मलिक, डीन, स्टूडेंट वेल्फेयर प्रो. राजकुमार, वार्डन डा. सुनीता मल्हान, चिकित्सा अधिकारी डा. विजय लक्ष्मी, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी, नियंत्रक सुरक्षा तरूण शर्मा सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
(मनमोहन कथूरिया)