चंडीगढ़ : हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसकी किसान से जुड़ी हर नीति फरेब से भरी है। जिस तरह की ठगी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की आड़ में किसानों के साथ हुई, वैसा ही हश्र बहुप्रचारित भावान्तर भरपाई्र योजना का हुआ है। सार रूप में भावान्तर भरपाई योजना किसानों के जी का जंजाल साबित हुआ। सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर अनुदान का लालच दिखा कर किसान को ज्यादा क्षेत्र में टमाटर की फसल लगाने के लिए तैयार किया और जब फसल बाजार में आई तो खरीदार नहीं मिला व विवश होकर किसान को टमाटर या तो गऊशालाओं में देना पड़ा या सड़कों पर फैंकना पड़ा।
हुड्डा ने कहा कि भावान्तर भरपाई योजना में सरकार द्वारा टमाटर का मूल्य 4 रुपये प्रति किलो तय किया, जो बहुत कम है, क्योंकि किसान कम से कम 6 रुपए प्रति किलो की लागत लगा कर मंडी तक पहुंचाता है। दूसरे मंडियों के कार्यरत अधिकारी सरकार के इशारे पर कागजों में (जे.फार्म) शुरूआती दिनों की आवक के भाव 3.50 से 3.75 रुपए प्रति किलो दिखा रहे हैं, ताकि सरकार को भाव में अन्तर की भरपाई कम से कम देनी पड़े। तीसरे सरकार ने जिन बीज कम्पनियों को सूचीबद्ध किया उनमें से बहुतों के बीज घटिया निकले, जिससे 30-320 के तापमान में हरे टमाटर ही ढीले पड़ कर गलने लगे।
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(आहूजा)