पानीपत : पानीपत शहर की सबसे पॉश व सुरक्षित माने जाने वाली देवी मूर्ति कालोनी में कोठी नंबर 84 में वीरवार अलुसबह छह हथियारबंद डकैतों ने धावा बोल दिया और पूरे परिवार को हथियारों के बल पर बंधक बना लिया। डकैतों ने उद्यमी व उसके बेटे के सिर पर तेजधार हथियारों से प्रहार कर दोनों को घायल कर दिया। डकैतों ने उद्यमी परिवार की महिलाओं के साथ भी मारपीट की। डकैत, उद्यमी के घर से करीब पांच लाख रूपये की नगदी और करीब 20 लाख रूपये कीमत के जेवर ले गए। वहीं फरार होने से पहले डकैतों ने उद्यमी परिवार के हाथ-पैर बांध कर उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया। पडोसी की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस कर्मचारी ने उद्यमी परिवार को बाथरूम से बाहर निकला और घटना की सूचना थाना शहर पुलिस को दी।
डकैती की इस घटना से उद्यमी परिवार ही नहीं बल्कि पूरे शहर में दहशत का माहौल है। पानीपत निवासियों में दिन प्रति दिन बढते अपराध को रोक पाने में विफल पानीपत पुलिस के प्रति भारी रोष व्यप्त है। जानकारी के अनुसार टेक्सटाइल उद्यमी संजय चौधरी की देवीमूर्ति कालोनी में कोठी है। संजय चौधरी ने गत दिनो अपनी छोटी पुत्री सुबी की सगाई की थी और पूरा परिवर सुबी के विवाह की तैयारियों में जुटा हुआ था। संजय चौधरी की बडी पुत्री भी अपनी चार साल की बेटी के साथ अपनी बहन के विवाह कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपने मायके आई हुई थी। बुधवार की रात को चौधरी परिवार हंसीखुशी सोया था। वीरवार सुबह करीब साढे चार बजे छह हथियारबंद बदमाशों ने चौधरी के बंगले की पहले दीवार फांदी और फिर खिडकी की ग्रिल उखाड़ कर घर के अंदर घुसे। बदमाश सबसे पहले कोठी की पहली मंजिल के कमरे में सो रहे संजय चौधरी के पुत्र अनमोल चौधरी के कमरे में पहुंचे और उसे नींद से जगाया।
इससे पहले की अनमोल कुछ समझ पाता बदमाशों ने उसे हथियार दिखा कर हत्या का भय दिखाया। बदमाशों ने अनमोल को घर के भूमितल के कमरों में सो रहे संजय चौधरी का कमरा खुलवाया के लिए मजबूर किया। हत्या के भय से अनमोल के कहने पर पिता संजय ने अपने कमरे का दरवाजा खोला तो दंग रह गए। बदमाशों ने करीब 10 मिनट के अंदर संजय चौधरी, इनकी पत्नी किरण, पुत्र अनमोल चौधरी, दोनों बेटियों व दोहती को हथियारों के बल पर बंधक बना लिया। संजय चौधरी व अनमोल ने डकैतों का विरोध किया तो उन्होंने दोनों को पीटा और दोनों के सिर में रिवाल्वर के बट मार कर दोनों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। उनके बीच बचाव में आई किरण व उनकी बेटियों और दोहती को भी बदमाशों ने नहीं बख्शा। बदमाशों ने चौधरी परिवार से घर में रखी करीब पांच लाख रूपये की नगदी व करीब 20 लाख रूपये कीमत के गहनें लूट लिए।
डकैतों ने संजय के कमरे के बैड पर बिछी बैडशीट काटी और चौधरी परिवार के हर सदस्य के हाथ व पैर बांध कर उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया। वही, संजय चौधरी के घर से चीखने चिल्लाने की आवाज सुन करके पडोसी तुषार की आंखे खुल गई। तुषार ने इसकी जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम को दी और देवी मंदिर की ओर दौडा। इस दौरान उसे एक पुलिस कर्मचारी बाइक पर जाते हुए दिखाई दिया। तुषार ने घटना की सूचना पुलिस कर्मचारी को दी। पुलिस कर्मचारी ने बिना किसी देरी के अपना सरकारी हथियार लोड किया और संजय चौधरी के निवास में प्रवेश किया। पुलिस कर्मचारी ने घर की खिडकी की ग्रिल उखड़ी देखी। पुलिस कर्मी इसी रास्ते घर के अंदर घुसा। वहीं तब तक डकैत घर की पिछली दीवार फांद कर फरार हो चुके थे। पुलिस कर्मचारी को घर के बाथरूम से आवाज सुनाई आई। उसने बाथरूम को खोला और चौधरी परिवार को बाहर निकाला। इस बीच आसपडोसी भी चौधरी के घर पहुंच गए। खून से लथपथ संजय व अनमोल को पास के निजी अस्पताल ले जाया गया।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।