चंडीगढ़ : संभावनाओं के अनुरूप हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र का दूसरा दिन हंगामें में डूबा रहा। आंगनवाड़ी कर्मचारियों तथा एसवाईएल के मुद्दों पर विपक्ष और सत्तापक्ष कई मौकों पर आपस में टकराए। इस दौरान नारेबाजी से लेकर तीखी टीकाटिप्पणियों के दौर चले और विपक्ष ने स्पीकर के आसन के सामने जमा होने के अलावा तीन बार वॉकआऊट कर विरोध जाहिर किया। सदन में यह हालात प्रश्नकाल के तुरंत बाद शून्य काल के दौरान बने। हंगामे के चलते करीब एक घंटे तक राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा नहीं हो सकी और पूरा मामला शांत होने के बाद ही अभिभाषण पर चर्चा का दौर शुरु हुआ लेकिन, इससे पहले कुछ मौकों पर जाम वाले हालात रहे और कार्रवाई बीच में अटकी हुई दिखाई दी।
ऐसे मौके भी आए जब शब्दावली के इस्तेमाल पर विपक्ष के नेता अभय चौटाला तथा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक सुभाष बराला आपस में उलझ गए और कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनकड़ और चौटाला के बीच में गर्मागर्म बहस छिड़ गई। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने खुद भी मोर्चा संभाला और तीखे अंदाज में विपक्षी हमलों को कुंद करने का प्रयास किया। कुल मिलाकर हंगामे, शोरगुल और नारेबाजी के बीच कभी प्रमुख विपक्षी आईएनएलडी और कांग्रेस कभी तालमेल में दिखे तो कुछ मौकों पर एक दूसरे पर ही हमले भी बोले।
दोनों दलों ने अलग-अलग मौकों पर तीन बार वॉकआऊट भी किया। सदन में शोरगुल, हंगामे को देखते हुए स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने विपक्षी विधायकों को वार्निग देते हुए अपनी सीटों पर जाने को कहा तो एक मौके पर वे मार्शलों को भी बुलाने की तैयारी में दिखे। इसी दौरान आईएनएलडी विधायक वॉकआऊट कर सदन से बाहर जा रहे थे कि पीछे से एक टिप्पणी से आईएनएलडी विधायक वापस लौटे और एक साथ सुभाष बराला को निशाने पर ले लिया।
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(आहूजा, राजेश जैन)