रोहतक: जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान जेलों में बंद युवाओं के चलते प्रदेश के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यू को आज रोहतक जिले के टिटौली गांव में विरोध का सामना करना पड़ा। जैसे ही वित्तमंत्री गांव में पहुंचे तो ग्रामीणों ने काले झण्डे लहरा कर उनका विरोध किया। स्थिती को देखते हुए पुलिस को काफी मशक्त के बाद कैप्टन के काफिले को कार्यक्रम स्थल तक ले जाना पड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि वित्तमंत्री आवास पर हुई आगजनी में दर्ज एफआईआर के चलते युवा जेल में सडऩे को मजबूर हैं।वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यू आज टिटौली गांव में आयोजित रक्तदान शिविर में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने के लिए पहुंचे थे। जैसे ही उनका काफिला कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा तो वहां पहले से ही मौजूद ग्रामीणों ने काले झण्डे लहरा कर कैप्टन का विरोध किया।
इस दौरान स्थिती यह बन गई कि ग्रामीणों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद पुलिस कर्मीयों ने ग्रामीणों को पीछे हटाकर काफी मशक्त के बाद काफिले को कार्यक्रम स्थल पहुंचाया। गौरतलब है कि फरवरी 2016 में हिंसक जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान सैक्टर 14 स्थित कैप्टन अभिमन्यू के आवास को आंदोलन में शामील कुछ युवकों ने आग के हवाले कर दिया था। जिसके बाद वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यू के परिवार की ओर से पुलिस में कई लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज करवाई थी, जिसके चलते कई युवक आज भी जेलों में बंद है और मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। कई जाट संगठन और खाप पंचायतें इस मामले में कैप्टन अभिमन्यू से गुहार कर चुकी हैं कि वे अपनी एफआईआर वापस ले लें।
(मनमोहन कथूरिया)