जींद : शाह ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि अगर उनमें हिम्मत और कलेजा है तो वे सुन लें कि उनके कांग्रेस के राज में जब दिल्ली में उनकी यूपीए की सरकार थी तो 13वें वित्त आयोग में हरियाणा को 14 हजार करोड़ रूपए की राशि का आबंटन हुआ था परंतु जब 14वें वित्त आयोग आया तो उस समय राज्य में भाजपा की सरकार थी और इस दौरान हरियाणा को 42 हजार करोड़ रूपए के आबंटन का काम किया गया अर्थात 27 हजार करोड़ रूपए की बढ़ौतरी की गई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा अनुदान, स्थानीय निकाय व अन्य के अंतर्गत भी 34 हजार 400 करोड़ रूपए की राशि देने का काम किया गया।
इसी प्रकार मुद्रा ऋण में 7 हजार करोड़ रूपए, स्वच्छ भारत में 75 करोड़ रूपए, प्रधानमंत्री आवास योजना में 2400 करोड़ रूपए, राष्ट्रीय राजमार्गो के लिए 3500 करोड़ रूपए और केएमपी के लिए 2300 करोड़ रूपए देनेे का काम किया अर्थात 19000 करोड़ रूपए देने का काम किया गया। उन्होंने विपक्ष पर पुन: हमला करते हुए कहा कि वे कहते है कि इतना पैसा कहां से आया तो पैसा तो पहले भी आता था लेकिन वे अपने चट्टो -बट्टो को देते थे, लेकिन हमने हरियाणा राज्य को ये पैसा दिया है, मतलब केन्द्र की तिजोरी से हरियाणा की तिजोरी को पैसा मिला है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर ने भ्रष्टाचार विहिन सरकार दी है और मुख्ययमंत्री पर भ्रष्टाचार का कोई आरोप अब तक नही लगा है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा में जातिवाद और क्षेदवाद को झेला लेकिन प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सबका साथ-सबका विकास का नारा दिया जिसे मनोहर सरकार ने हरियाणा में आगे बढाया ताकि हर गरीब का विकास हो सके। उन्होंने कहा कि हरियाणा को मनोहरलाल सरकार ने कैरोसिन मुक्त बनाया है। इसके अलावा पंचायतों को चुनने के लिए एसएससी की पढ़ाई को अनिवार्य करने का कानून बनाया जिसमें 42 प्रतिशत महिलाएं हैं। इसी प्रकार हरियाणा में पहले ट्रांसफर इंडस्ट्री चलती थी लेकिन मनोहरलाल सरकार ने शिक्षकों की ऑनलाईन ट्रांसफर पॉलिसी बनाकर भ्रष्टाचार को खत्म किया है। उन्होंने कहा कि भर्तियों में भी पारदर्शिता आई है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान की शुरूआत हरियाणा के पानीपत से की और इसी अभियान के तहत आज हरियाणा का लिंगानुपात देश में सबसे अधिक 950 है। वहीं सरकार ने ई-स्टैाम्पिंग का भी काम किया।
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– संजय शर्मा