झज्जर: रोहतक जेल में साध्वी यौन शोषण प्रकरण में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम की दत्तक पुत्री हनीप्रीत के रहस्यमय ढंग से गायब गुरमीत राम रहीम की दत्तक पुत्री हनीप्रीत की तलाश झज्जर की किला कॉलोनी की तंग गलियों तक पहुंच गई है। रोहतक जेल प्रशासन द्वारा हनीप्रीत को झज्जर के किला कॉलोनी निवासी जितेंद्र पुत्र फकीरचंद ने संजय चावला निवासी रोहतक व एक अन्य के हवाले किया गया था। उसी दिन से हनीप्रीत गायब है। जबकि जितेंद्र नियमित रूप से बहादुरगढ़ एसडीएम कार्यालय में अपनी ड्यूटी पर आ रहा है। किला कॉलोनी की गलियों की खाक छानते हनीप्रीत की तलाश में मीडिया टीम शनिवार को जितेन्द्र के पैतृक निवास किला कालोनी पहुंची। घर में मौजूद जितेंद्र की मां संतोष ने हनीप्रीत के प्रति अनभिज्ञता जताई।
जितेंद्र की मां व परिजनों ने बताया कि जितेंद्र रोहतक की शिवम कॉलोनी में ही रह रहा है और रोहतक में ही ससुराल है। जितेंद्र फिलहाल बहादुरगढ़ एसडीएम कार्यालय में डीसी रेट पर कार्यरत है ओर एसडीएम कार्यालय में काम कर रहा है। राम रहीम के को 20 साल सजा होने के बाद से जितेंद्र झज्जर नहीं आया है। वहीं इस मामले में जितेंद्र ने फोन पर संपर्क किए जाने पर बताया कि जिस दिन गुरमीत राम रहीम को रोहतक जेल लाया गया था, उस दिन रोहतक से संजय चावला द्वारा फोन कर उसे हनीप्रीत को सुनारिया जेल से गाड़ी में लाने के लिए कहा गया था।
जितेंद्र ने बताया कि हनीप्रीत को वह अपनी गाड़ी से संजय चावला के घर छोड़कर आया था और कुछ देर बाद एक इनोवा गाड़ी से हनीप्रीत को कहां ले जाया गया उसे पता नही है। जितेंद्र व उसका परिवार पिछले करीब 10 वर्षों से बाबा संत राम रहीम कहानी गई है का अनुयाई है और अक्सर जितेंद्र के घर किला कॉलोनी में उसकी माता व परिवार के अन्य सदस्य अनुयायियों के साथ मिलकर सत्संग करते हैं। सिरसा डेरा सच्चा सौदा डेरा में पूरे परिवार का आना-जाना होता रहा है जितेंद्र का कहना है कि हम आठ-दस साल से डेरे से जुड़े है और सत्संग में आते-जाते रहे है।
– संजय भाटिया