जाटूसाना : क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय पाल्हावास में छात्राओं से छेडख़ानी करने वाला कलयुगी संस्कृत अध्यापक पुलिस गिरफ्त से बाहर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल की 26 छात्राओं ने हैड़मास्टर को हस्ताक्षर युक्त लिखित शिकायत देकर संस्कृत अध्यापक पर आरोप लगाया था कि यह अध्यापक हमें गलत तरीके से छूते हैं तथा लड़कियों को लड़कों की तरह पीटते हैंं। इस अध्यापक ने स्टाफ रूम में अकेली 2 छात्राओं को बुलाया तथा पीछे से पकड़ लिया।
उन्होंने कहा कि यह अध्यापक दीपावली से हमारे साथ छेड़खानी कर रहा है तथा इस पर्व पर उन्होंने हमारी फोटो खींची, जब हमने उनसे कहा कि हमारी फोटो नहीं निकलवा रहे तो फोटो को डिलीट कर दो लेकिन इस अध्यापक ने कहा कि मै तुम्हारी फोटो देखूंगा। कक्षा 8वीं की छात्राओं ने बताया कि हम अपने हिंदी एवं संस्कृत के अध्यापक के चाल-चलन से बहुत परेशान है। जब उन्होंने कई लडकियों को पीटा तो लडकी को बुलाकर कहा कि मेरे हाथ धुला दो, पता नहीं कैसी लडकियां होंगी। जब एक लडकी ने इस अध्यापक से अपनी परेशानी के लिए छुटटी मांगी तो उन्होंने कहा कि जो कुछ भी परेशानी है, मुझे बताओं तभी जाने दूंगा।
डीएसपी का कहना : जब इस बारे में कोसली के डीएसपी अनिल कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि आरोपी अध्यापक के खिलाफ पोक्सो 10 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है तथा मामले की तफ्तीश की जा रही है। गौरतलब है कि राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय पाल्हावास में संस्कृत अध्यापक ने छात्राओं से छेड़खानी करके गुरू-शिष्य के पवित्र नाते को कंलकित किया है, इसलिए पुलिस को मामले की जांच करके आरोपी अध्यापक को शीघ्र गिरफ्तार करना चाहिए। तभी सरकार द्वारा चलाया गया बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का सपना साकार होगा।
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– बिरेन्द्र पठानिया