निसिंग: क्षेत्र में सोमवार सुबह तेज आंधी के साथ हुई बारिस करनाल कैथल रोड़ से गुजरने वाले राहगीरों के लिए आफत बनकर बरसी। बरसात से कई जगह पर स्टेट हाईवे तालाब में तबदील हो गया। सड़क किनारे कई पेड़ व बिजली की तारें भी टूट गई। वाहन चालकों के लिए जलमग्र सड़क से गुजरना दिनभर चुनौती पूर्ण बना रहा। सड़क पर समस्या कई वर्षो से बनी हुई है। क्षेत्र में हल्की सी बारिस होते ही सड़क पर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जिसका संबंधित विभाग की ओर से स्थाई समाधान नही किया गया। क्षेत्रवासी राहगीर प्रीतम सिंह गोंदर, यशपाल सिंह, श्रवण कुमार, केवल सिंह, रामपाल बंसल , सतनाम सिंह, हरभजन सिंह, राजेंद्र राणा, विक्रम सिंह, राजेश कुमार, बबलू, सुखबीर, सतबीर व पवन कुमार सहित अन्य का कहना है कि कैथल रोड़ पर नपा की ओर से बरसाती पानी की निकासी का कोई स्थाई समाधान नही किया गया है।
थोड़ी सी बरसात में करनाल कैथल रोड़ सहित शहर की कई बस्तीयों में पानी जमा हो जाता है। कई वर्षों से पीडब्ल्यूडी विभाग खड्ढों में रोड़े व ईट्टे डालकर लिपापोती कर रहा है। टूटी सड़क पर वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर जलभराव से चालकों को गड्डे दिखाई नही देने से दोपहिया वाहन चालकों का संतुलन बिगडऩे से चोटिल हो रहे है। जबकि सड़क पर बड़े वाहन भी क्षतिग्रस्त हो रहे है। जिसके मद्देनजर कैथल की ओर जाने वाले वाहन चालक दूसरे रास्तों से गुजरने पर मजबूर बने हुए है। उन्हें वाया सिंघड़ा होकर निसिंग पहुंचना पड़ रहा है।
पानी में कई लोगों के दोपहिया वाहन बंद हो गए, तो कुछ लोगों पर वाहन क्रसिंग के समय गंदे पानी के छींटे लगने से संतुलन बिगड़ गया। सड़क पर लोग हादसों का शिकार हो रहे है, लेकिन विभाग व प्रशासन मूक दर्शक बनकर तमाशा देख रहा है। उन्होंने संबंधित विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों से सड़क को जल्द ठीक करने की मांग की है। वहीं दूसरी ओर बिजली की तार टूटने से शहर में सुबह सांत बजे से तीन बजे तक बत्ती गुल रही। गर्मी के कारणा लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इतना ही नही पेयजल सप्लाई भी शहर में नही हो पाई। इस संबंध में विभाग के एसडीओ आरसी सुखिजा का कहना है कि बरसात के मौसम के बाद सड़क को दुरूस्त करवा दिया जाऐगा।
– रामपाल बंसल