लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

बीजेपी से सार्वजनिक बहस को तैयार खट्टर सरकार नाकाम

NULL

सिरसा: साल 2013 में 3206 लोगों को रोजगार देने के मामले में इनेलो सुप्रीमों चौ.ओमप्रकाश चौटाला व उनके विधायक पुत्र अजय चौटाला को माननीय न्यायालय द्वारा 10 साल की सजा सुना दिए जाने के बाद हरियाणा की राजनीति में एक भूचाल सा आ गया था और सभी राजनीतिक पार्टियां इंडियन नैशनल लोकदल पार्टी के खत्म होने का प्रचार करने में जुट गई थी। इनेलो नेताओं को सजा हो जाने के बाद पार्टी को संगठित रखना और चलाना अपने आप में एक बहुत बड़ी चुनौती थी क्योकि मात्र एक साल बाद 2014 में चुनाव होने थे। इनेलो सुप्रीमों के जेल चले जाने के बाद पार्टी को संभालने की सारी जिम्मेदारी एक दम से पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व.चौ देवीलाल के पौत्र एवं इनेलो सुप्रीमों चौ.ओमप्रकाश चौटाला के पुत्र अभय चौटाला पर आ गई थी।

अभय चौटाला ने साल 2013 में पार्टी के सुप्रीमों की गैरमौजूदगी में पार्टी को जिस तरह से संभाला और उसके बाद लोकसभा के हुए चुनावों में भारी मोदी लहर के बावजूद हरियाणा में लोकसभा की सिरसा और हिसार सीट पर इनेलो को जीत दिलवाई,उससे अभय चौटाला के राजनीतिक कौशल और नेतृत्व को देखकर इनेलो के हौंसले पहले से भी अधिक बुलंद हो गए। हांलाकि हरियाणा की सत्ता पर तो इनेलो काबिज नही हो पाई लेकिन मुख्य विपक्षी दल बनकर वर्तमान में लोगों की समस्याओं को सरकार के समक्ष उठाने में इनेलो पूरी तरह से जुटी हुई है। खेलरत्न की उपाधि प्राप्त कर चुके अभय चौटाला वैसे तो राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते है लेकिन वे सुर्खियों में तब आए जब उन्होने सन् 2000 में रोड़ी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और और 93,402 वोट हासिल कर,एक ऐतहासिक जीत हासिल की, जो कि हरियाणा के इतिहास में सबसे बड़ी जीत थी।

राजनीति में अपनी एक विशेष पहचान कायम करने वाले अभय चौटाला हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की सरकार में हुए ऐलनाबाद उपचुनाव की जीत को भी अपने नाम कर चुके है। इस चुनाव में पूरी हुडडा सरकार चुनाव के दौरान वर्ष 2011 में ऐलनाबाद में आकर बैठ गई थी लेकिन ऐलनाबाद के लोगों ने अभय चौटाला में ही अपनी आस्था जताई और उन्हें जीत दिलवाई। अभय चौटाला वर्ष 2014 में भी ऐलनाबाद क्षेत्र से ही विधायक चुने गए थे। इनेलो अभय चौटाला के नेतृत्व में विपक्ष का रोल अदा करने में पूरी सक्रिय नजर आती रही है और यही कारण है कि इनेलो सरकार को किसी भी मुददे पर घेरने में कोई कसर नही छोड़ती। आगामी 25 सितम्बर को पूर्व उपप्रधानमंत्री स्व.चौ.देवीलाल के जन्मदिन पर हर साल की तरह इस साल भी इनेलो सम्मान दिवस रैली करने जा रही है,जिसे लेकर नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला पूरे हरियाणा भर में घूम-घूमकर लोगों को निमंत्रण देने का काम कर रहे है।

(दीपक शर्मा)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

eight + thirteen =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।