फरीदाबाद: बीती रात करीब 11 बजे तीन नकाबपोश बदमाशों ने त्रिखा कालोनी स्थित एक मोबाइल फोन की दुकान पर धावा बोल दिया। बदमाशों ने आते ही दुकान का शटर अंदर से बंद कर लिया और पिस्तौल के दम तो दुकानदारों से नकदी की मांग करने लगे। आनाकानी करने पर बदमाशों ने जान से मारने की धमकी देते हुए गल्ले में रखे करीब दो लाख रुपये निकाल लिए। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश दुकान से बाहर निकल कर तिगांव की तरफ फरार हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू कर दी। थाना शहर पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ लूटपाट करने का मामला दर्ज कर लिया है। इस घटना को लेकर इलाके के व्यापारियों में गहरा रोष छाया हुआ है। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक आर्य नगर में रहने वाले दिगंबर ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि वह यहां अपने परिवार के साथ रहता है और तिगांव रोड स्थित तिरखा कॉलोनी में अपनी मोबाइल फोन की दुकान चलाता हैं।
इस दुकान में वह मोबाइल बेचने, रिचार्ज करने और मनी ट्रांसफर करने का काम करते हैं। इस काम में उसका भाई लक्ष्मीनारायण भी सहयोग करता है। सुबह और शाम को लक्ष्मीनारायण दुकान पर बैठता है। मंगलवार रात को दोनों भाई दुकान के अंदर बैठकर पूरे दिन भर का हिसाब किताब कर रहे थे। रात को करीब 11 बजे दुकान के अंदर तीन युवक दाखिल हो गए। जिनमें से एक युवक ने दिगंबर से पुराना मोबाइल दिखाए जाने की मांग की। दिगंबर ने उसे बताया कि वह पुराना मोबाइल नहीं बेचते। इसी बीच एक युवक ने मौका पाकर दुकान का शटर बंद कर दिया। शटर बंद होने पर दुकान के अंदर मौजूद दो अन्य युवकों ने पिस्तौल निकाल दोनों भाइयों पर तानते हुए नकदी की मांग की। दोनों भाइयों ने रुपये देने में आनाकानी की तो बदमाश उन्हें जान से मारने की धमकी देने लगे।
इसी बीच शटर बंद करने वाले तीसरे युवक ने दुकान के गल्ले में रखे दो लाख रुपये निकाला और शटर खोलकर धमकी देते हुए फरार हो गए। इन बदमाशों ने गली के मोड़ पर तिगांव की ओर जाने वाले रोड पर कार खड़ी की हुई थी। जिसमें सवार होकर बदमाश तिगांव की ओर भाग गए। दुकानदार दिगंबर ने इस मामले की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। सूचना पाकर थाना शहर प्रभारी महेश कुमार पुलिस बल और अपराध शाखा की टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। फोरेंसिक लैब की टीम ने भी मौके पर आकर बदमाशों के फिंगर प्रिंट लिए। फिलहाल पुलिस ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
– राकेश देव