चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज विपक्षी दलों से आग्रह किया कि वह सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के मुद्दे पर किसी प्रकार का आंदोलन न करें और संयम रखें। श्री खट्टर ने यहां पंचकूलों में लगभग 80 करोड़ की तीन परियोजनाओं के उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा भरोसा है और राज्य को एसवाईएल के माध्यम से उसके अपने पानी का हिस्सा अवश्य मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने अपना निर्णय हरियाणा के पक्ष में दिया है और अब अपैक्स कोर्ट द्वारा क्रियान्वयन के आदेश भी पारित किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सर्वोच्च न्यायालय पर पूरा भरोसा है और विपक्ष को भी भरोसा रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रैजिडेंशियल रैफेरेन्स 10 वर्षों से भी अधिक समय से सर्वोच्च न्यायालय में लंबित था और वर्तमान राज्य सरकार के प्रयासों से सुप्रीम कोर्ट में मामले की मजबूती से पैरवी की गई और नियमित सुनवाई सुनिश्चित हुई। इसके परिणामस्वरूप सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के पक्ष में अपना निर्णय दिया है। बाद में संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों को लोगों की भावनाओं के साथ नहीं खेलना चाहिए बल्कि ठोस सुझाव देने चाहिएं। उन्होंने कहा कि जब वर्तमान सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि अगले शैक्षणिक सत्र से छात्र संघ के चुनाव होंगे तो इंडियन नेशनल लोकदल का इस मुद्दे पर आंदोलन करना ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा जब एक बार किसी मुद्दे पर आम सहमति बन गई है तो घटिया राजनीति नहीं होनी चाहिए।
आगनबाड़ी वर्करों और हेल्परों के आंदोलन के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जनहित में इन्हें अपना आंदोलन वापिस ले लेना चाहिए और उनकी अपनी सभी वाजिब मांगों पर राज्य सरकार द्वारा साहनुभूतिपूर्वक विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह योजना केन्द, सरकार द्वारा राज्य सरकार के साथ मिलकर चलाई जा रही है और राज्य सरकार ने अपने हिस्से की राशि से ज्यादा का भुगतान इन कर्मचारियों को पहले ही कर दिया है, यदि कोई समस्या है तो उसका निदान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने तीन दिन पहले आंदोलन कर रहे कर्मचारियों के साथ एक बैठक की थी और उनकी मांगो पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शीघ, ही वे भी इस सम्बंध में एक बैठक बुलाने वाले हैं और जो भी सकारात्मक होगा, उसे किया जाएगा।
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