भिवानी: शल्य चिकित्सा जैसी महंगी सेवाएं गरीब रोगियों को सुलभ करवाने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा जल्दी ही चिकित्सा बीमा योजना आरम्भ की जाएगी। इस योजना के लिए प्रदेश में एक अगस्त से सर्वे का काम शुरू हो जाएगा। गांव प्रेम नगर की 37 एकड़ भूमि में करीब पांच सौ करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने यह ऐलान किया। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा के साथ शिलान्यास पट्ट का अनावरण करने के बाद मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य के सरकारी अस्पतालों में 570 दवाईयां नि:शुल्क दी जा रही है। स्वास्थ्य सेवाओं में अभी भी सर्जरी आम मरीजों के लिए महंगी है और ज्यादातर आप्रेशन प्राईवेट अस्पतालों में किए जाते है। आप्रेशन व महंगे उपचार की सुविधा आर्थिक रूप से कमजोर रोगियों को आसानी से उपलब्ध करवाने के लिए सरकार चिकित्सा बीमा योजना शुरू करेगी।
इसमें नागरिकों से नाममात्र का प्रीमियम लिया जाएगा, शेष खर्चा कंपनी वहन करेगी। इसका सर्वे कार्य एक अगस्त से शुरू होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं के बजट में 15प्रतिशत से अधिक वृद्धि करते हुए सरकार द्वारा इस वर्ष तीन हजार आठ सौ 39 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। सर्वे भवंतु सुखिन: सर्वे संतु निरामया का लक्ष्य निर्धारित करते हुए हरियाणा सरकार आयुर्वेद, योग, एलोपैथी व आयुष स्वास्थ्य सेवाओं का निरंतर विस्तार कर रही है। सरकार द्वारा प्रदेश के सभी 22 जिलों में केन्द्र सरकार के सहयोग से मैडिकल कॉलेज स्थापित करने का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि इनके अलावा प्राईवेट व सरकारी 19 मैडिकल कॉलेज खोलने की योजना तैयार हो चुकी है। इन पर जल्दी ही काम शुरू हो जाएगा।
उन्होंने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध किया है कि रेवाड़ी जिले के गांव मनेठी में 100 एकड़ भूमि में एम्स की तरह केन्द्र सरकार द्वारा एक बड़ा चिकित्सा संस्थान स्थापित किया जाएगा। श्री मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा में इस समय लगभग 12 हजार डॉक्टर है, जब कि आबादी के मानक के हिसाब से कम से कम 27 हजार चिकित्सक होने चाहिए। नए मैडिकल कॉलेज खुलने से भविष्य में डॉक्टरों की कमी को पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कुरूक्षेत्र में आयुर्वेदिक चिकित्सा संस्थान को विश्व विद्यालय का दर्जा दिया जा चुका है। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को समाज की धुरी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचकुला में 25 एकड़ भूमि में केन्द्र सरकार के सहयोग से आयुर्वेद व योग संस्थान स्थापित किया जाएगा। इसी प्रकार महेन्द्रगढ़ में आयुर्वेदिक कॉलेज खोला जाएगा।
(दीपक खंडेलवाल)