अम्बाला : पुलिस ने प्रेम प्रंसग के चलते प्रेमिका और उसके बेटे की निर्मम हत्या की गुत्थी को सुलझा लेने का दावा किया है। आरोपी प्रेमी के निशानदेही पर पुलिस ने बेगनानदी से दोनों शव बरामद करके हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। अम्बाला के समीपवर्ती शहजादपुर नया बस अड्डा से एक सप्ताह पहले गायब हुई शादीशुदा महिला और उसके 11 वर्षीय बेटे की हत्या, महिला के प्रेमी ने ही प्रेम प्रसंग के चलते बड़ी बेहरमी से करके दोनों के शवों को बेगना नदी के किनारे दफना दिया था। शहजादपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि आरोपी कातिल गांव सद्दोपुर जिला यमुनानगर में छिपा हुआ है।
यह सूचना आरोपी के मामा ने ही पुलिस को दी थी। इस पर पुलिस ने मंगलवार को छापामार कर आरोपी कातिल को काबू कर उसकी निशानदेही पर बड़ा गांव के नजदीक बेगना नदी के किनारे गहरे रेत में दबे दोनों के शवों को बरामद कर लिया। इस सारी प्रक्रिया की निगरानी डयूटी मैजिस्टेट नायब तहसीलदार शहजादपुर रूपेंद्र सिंह, डीएसपी नारायणगढ़ राजबीर सिंह, थाना प्रभारी शहजादपुर शलैंद्र सिंह एवं सीन ऑफ क्राईम की मौजूदगी में की गई और शहजादपुर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर दोनों के शवों को शवगृह में रखवा दिया। मिली जानकारी के अनुसार नीटू निवासी बड़ा गांव 32 वर्षीय शादीशुदा कमलप्रीत के साथ काम किया करता था। जिसके चलते दोनों में प्रेम प्रसंग हो गया। महिला कमलप्रीत का एक 11 वर्षीय बेटा भी था।
20 मार्च को कमलप्रीत अपने पुत्र राहुल के साथ शहजादपुर के बस अड्डा से रहस्यमयी परिस्थितियों में गायब हो गई थी। उसके पति हरजिन्द्र सिंह ने गुमशुदगी की रिपोर्ट शहजादपुर पुलिस थाना में दर्ज करवाई थी। परंतु कमलप्रीत और राहुल बड़ा गांव में नीटू के घर आ गए थे। उसी दिन ही नीटू की अपनी प्रेमिका कमलप्रीत के साथ किसी बात को लेकर कहा सुनी हो गई। जिस पर नीटू तेजधार हथियारों से कमलप्र्रीत और राहुल का कत्ल कर फरार हो गया था और उसके एक दिन बाद घर से दोनों के शवों को ठिकाने लगाने के लिए मोटर साईकिल पर बोरी में डालकर बेगना नदी के किनारे रेत में दबा आया था। इसके बाद वह बेफ्रिक होकर अपने मामा के गांव सददोपुर जिला यमुनानगर में चला गया था। वहां उसने दोनों के मर्डर का खुलासा कर दिया।
जिस पर उसके मामा ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने हत्या के आरोपी नीटू को सददोपुर से काबू कर लिया। पुलिस थाना शहजादपुर में नीटू ने अपना जुर्म कबूलते हुए सारा खुलासा पुलिस के सामने कर दिया। जिस पर पुलिस ने अपने उच्चाधिकारियों को इस सारे मामले की जानकारी दी और उसके बाद शहजादपुर के नायब तहसीलदार रूपेन्द्र सिंह डयूटी मैजिस्टेट को मौका पर सीन ऑफ क्राईम टीम, डीएसपी नारायणगढ़ राजबीर सिंह और पुलिस टीम के साथ आरोपी नीटू की निशानदेही पर महिला तथा उसके बेटे के शव को बरामद कर लिया गया। थाना प्रभारी शहजादपुर शैलेंद्र सिंह के अनुसार 20 मार्च को शहजादपुर थाना में महिला कमलप्रीत व उसके बेटे राहुल की गुमशुद्वगी की रिपोर्ट उसके पति लिखवाने के लिए आया था जिस पर पुलिस ने धारा 346 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाही शुरू कर दी थी किंतू 27 मार्च को दिन मंगलवार को सद्वोपूर पुलिस था साढ़ौरा जिला यमुनानगर से उसके मामा के घर से उसके वहां छूपे होने की सूचना मिली जिस पर तुरंत प्रभाव से कार्रवाही करते हुए गांव सद्वोपूर से नीटू को गिरप्तार कर लिया।
नीटू निवासी बड़ा गांव ने अपना जुर्म कबूलते हुए बताया कि उसने कमलप्रीत व उसके गयारह वर्षीय बेटे राहुल की हत्या 20 मार्च को कर बेगना नदी के किनारे रेत में दफना दिया था और नीटू कमलप्रीत से शादी करना चाहता था । किसी बात को लेकर इन दोनों में कहा सुनी हो गई जिस पर बड़ा में अपने मकान में ही नीटू ने तेजधार हथियारों से कमलप्रीत व राहुल का बड़ी ही बेहरमी से कत्ल कर दिया था और बेगना नदी के किनारे रेत में गहरा गडढ़ा खोदकर दबा दिया था आरोपी नीटू के घर से जहां पर से उसने महिला व उसके बेटे का कत्ल किया था वहां पर से खून के निशान वाले कपड़े व अन्य सामान बरामद कर आगामी कार्रवाही पुलिस ने शुरू कर दी । दोनों के शवों को डयूटी मैजिस्टेट नायब तहसीलदार रूपेंद्र सिंह शहजादपुर व सीन ऑफ क्राईम टीम व डीएसपी की अगुवाई में बड़ा गांव से लगती बेगना नदी के किनारे से रेत से बरामद कर कार्रवाही शुरू कर दी।
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(राजेन्द्र भारद्वाज)