जींद/नई दिल्ली : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की 15 फरवरी को होने वाली बाइक रैली में लगातार अड़चनें आ रही हैं। मंगलवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी ) में फिर सुनवाई हुई। इस दौरान हरियाणा स्टेट प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अपना जवाब दाखिल किया, जबकि पर्यावरण मंत्रालय व केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कोई जवाब नहीं दिया है। इनके जवाब दाखिल करने के बाद ही एनजीटी इस मामले पर फैसला सुनाएगा। 14 फरवरी को शिवरात्रि की छुट्टी है, ऐसे में इस मामले पर अब 15 फरवरी को एनजीटी कोई फैसला सुनाएगा। ऐसे में यह देखना मुख्य रहेगा कि रैली उस दिन एनजीटी के आदेश से पहले होती है या बाद में।रैली में 1 लाख बाइक पहुंचने के खिलाफ दायर की गई थी पीआईएल…
गौरतलब है कि 9 फरवरी को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी ) ने इतनी संख्या में पहुंच रही बाइक से होने वाले प्रदूषण पर केंद्र और हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया था। जस्टिस एसपी वांगड़ी की अध्यक्षता वाली बेंच ने पर्यावरण मंत्रालय, हरियाणा सरकार, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी कर 13 फरवरी तक जवाब मांगा था। एडवोकेट विक्टर ढिस्सा ने एनजीटी में दायर याचिका में बाइक की संख्या कम करवाने का आग्रह किया था। उनकी तरफ से पेश हुए एडवोकेट सुमीर सोढी ने कहा कि प्रदूषण की वजह से इन दिनों हरियाणा समेत दिल्ली-एनसीआर के लोग स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में बाइक रैली का पर्यावरण पर और प्रतिकूल असर पड़ेगा।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।