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माता बनभौरी का सरकारीकरण भाजपा नहीं, सरकार का फैसला

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जींद: माता बनभौरी धाम के सरकारीकरण का फैसला भाजपा का नहीं, सरकार का है। इसके बावजूद भी यदि संबंधित विभाग इस फैसले को लेकर आगे आयेगा, उस पर विचार किया जाएगा। जाति-पाति, धर्म और ऊंच-नीच की बातें कांग्रेसियों की संस्कृति रही है। ये वक्तव्य प्रदेश के वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने शुक्रवार को डीआरडीए में पत्रकार वार्ता के दौरान कहे। उन्होंने माता बनभौरी के सरकारीकरण के मसले को लेकर उठे एक सवाल के जवाब में कहा कि मंदिर का जो सरकारीकरण किया गया है, वह भाजपा पार्टी का नहीं, बल्कि सरकार का फैसला है।

फिर भी इस फैसले को लेकर अगर संबंधित विभाग आगे आयेगा, तो उस पर पुनर्विचार किया जाएगा। सरकारीकरण के इस फैसले के पक्ष में वे खुद है या नहीं, इस सवाल को टालते हुए कहा कि सरकार की सोच प्रदेश में विकास कराने की है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर द्वारा माता बनभौरी धाम के सरकारीकरण फैसले के विरोध में की गई भाजपा सरकार की घेराबंदी को लेकर वित्तमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने सदैव जाति-पाति, ऊंच-नीच और धर्म की राजनीति करके अपने स्वार्थ साधे है। किंतु भाजपा सरकार ऐसी छोटी सोच की बजाय प्रदेश में विकास कार्य कराने के प्रति गंभीर है।

उन्होंने एक ओर सवाल के जवाब में कहा कि जातीय आधार पर पिछले दिनों जो आंकड़े आए है, उनमें सच्चाई नहीं है। वित्तमंत्री ने कहा कि हरियाणा का भविष्य कैसा हो, इसके लिए हिमाचल में चिंतन किया गया। मुख्यमंत्री की प्रदेश के प्रति जो सोच है, उसके नतीजन चिंतन शिविर के बड़े सार्थक परिणाम सामने आएंगे। इस चिंतन शिविर को विरोधी दलों के जो लोग मौज-मस्ती करार दे रहे है, उनको दरअसल, हरियाणा के हितों से कोई सरोकार नहीं है। चिंतन शिविर में जो हरियाणा के भविष्य के लिए लगातार तीन दिन तक विचार-विमर्श हुआ, वह निश्चित तौर पर फलदायी साबित होगा।

उन्होंने कहा कि कष्ट निवारण समिति में यह बात सामने आई है कि कुछेक अधिकारी अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा रहे। इसलिए उन्होंने तय किया कि शिकायतों का समय पर ही समाधान होना चाहिए। अगर कोई अधिकारी इधर-उधर बदल भी जाएं तो उस समस्या के हल की जिम्मेदारी संबंधित विभाग-कार्यालय की ही रहेगी। इसके लिए उन्होंने डीसी को निर्देश दिये है कि समस्या के समाधान में अधिकारियों की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश सचिव जवाहर सैनी, जिला प्रधान अमरपाल राणा, डीसी अमित खत्री, एसएसपी डॉ. अरूण कुमार सहित अन्य अधिकारी और नेता मौजूद थे।

– संजय शर्मा

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