करनाल : सरकारी कर्मचारीयों के बाद अब करनाल के डिपो होल्डर ने भी मनोहर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। जिला करनाल के डिपो होल्डरो ने आज लघु सचिवालय पहुँचकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने कहा कि सरकार डिपो होल्डरों का वेतनमान तय करें और उन्हें दें । डिपो होल्डरों ने आज कामकाज बंद रखा। बाद में डिपो होल्डर लघु सचिवालय नारेबाजी करने पहुँच गए। उन्होने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगी न मानी गई तो डिपो धारक आन्दोलन तेज कर देंगे। आज विभिन्न मांगो को लेकर एस.डी.एम नरेन्द्र सिंह को डिपो होल्डरों ने ज्ञापन दिया। करनाल डिपो होल्डर यूनियन के प्रधान ईश्वर सिंह ने बताया कि चुनावों के समय मुख्यमंत्री को करनाल के 180 डिपो होल्डर ने समर्थन दिया था।
उस समय उन्होंने वायदा किया था कि वह विधायक बनते ही डिपो होल्डर को 20 से 25 हजार रुपए का मानदेय दिलवायेंगे। लेकिन मनोहर लाल जब मुख्यमंत्री बन गए तो उनका वायदा पूरा नहीं हुआ। इसके अलावा उन्होंने कहा कि डिपो होल्डरों को पिछले 34 महीने से मानदेय नहीं मिला है। वहीं राशन पोर्टबिलिटी स्कीम लागू कर राशन धारको के साथ-साथ डिपो होल्डर्स के रोजगार पर कुठाराघात करने का कदम उठाया है। हरियाणा में 9 हजार से अधिक राशन डिपो होल्डर है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडू और केरल की तर्ज पर करनाल में भी स्कीम लागू की जाएं। महिला डिपो होल्डर ऊषा तुली और राकेश कुमार ने बताया कि गुजरात में भी सरकार डिपो होल्डरों को वेतनमान देने जा रही है। उन्हीेने कहा कि पहले डिपो होल्डरों के पास सरकार राशन भेजती थी।
मगर अब वाहन पर पैसे खर्च ले जाना पडता हैं। पिछले 34 महिनो से डिपो होल्डरों को कमीशन तक नहहीं मीली। डिपो होल्डर दुकान का किराया कहाँ से देगा और परिवार कैसे बनेगा। उन्हीेने कहा कि अब मशीने लगा दी गई हैं। ना उनमें नैटवर्क है ना ही बैटरी। उन्होने चेतावनी दी कि अब डिपो डिपो होल्डर ना तो सरकार से राशन उठाएंगें और ना ही चैक देगें। जल्दी ही प्रदेश भर के डिपो होल्डर निर्णय लेकर बडा आन्दोलन करेगें। आज सभी डिपो होल्डर ने काम बंद रखा और लगभग 125 से अधिक डिपो होल्डर एस.डी.एम को ज्ञापन देने पहुुंचे। इस अवसर पर धरमेन्दर चावला, जोगिन्दर मान, सूरज, महिन्द्र, संदिप, जगदीश लाल, राजेन्दर, संतोष रानी, अशोक कश्यप, विपन कुमार, उत्तम चन्द, प्रेम सिंह, कुशाल सिंह, कुंलदिप शर्मा, अमृत लाल, कृष्ण कुमार सहित सैकडों की संख्या में डिपो धारक मौजूद थे।
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– हरीश