इंद्री/करनाल : करनाल के सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा ने आज कहा कि एक-एक गांव जाउंगा, लोगों से मिलुंगा और अपने कार्यकर्ताओं को कतई नाराज नही होने दूंगा। उन्होने विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हुए साफ कह दिया कि ना तो मै खाने में विश्वास करता हूँ और ना ही मैं किसी अधिकारी को कुछ खाने दूंगा। मेरे द्वारा दिए गए एक-एक पैसे लोगों के विकास कार्यों में लगने चाहिए। वह आज जिले के गांव उडाना में अमर शहीद लाला जगतनारायण डिजिटल चौंक के उदघाटन के बाद वहाँ जनसभा में उपस्थित भारी जन समूह को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि आज उन्हे ऐसा लगा कि वह अपने घर में आए है। उन्होने कहा कि उनके दादा जी लेखक और समाजसेवक भी थे। उन्होने राजनीति के माध्यम से भी लोगों की सेवा की।
उन्होने लोगों की भलाई के लिए खुद की शहादत भी दे दी। उनके पिता शहीद रमेश चंद्र भी बहुत बडे लेखक थे। उन्होने भी देश के जनमानस के लिए अपनी जान दे दी। वह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते है जिन्होने देश और देश के नागरिकों के लिए अपनी शहादत दी। वह खुद भी अखबार में लिखते है। लेकिन राजनीति के माध्यम से वह लोगों की अब सेवा कर रहे है। लोगों ने भारी मतों से जीता कर उन्हे लोकसभा में भेजा है। इसलिए वह लोगों की सेवा करने के उद्देश्य से राजनीति में आए है।
उन्होने कहा कि उडाना गांव का सरपंच सुरेंद्र उडाना युवा ही नही बल्कि होनहार भी है। वह चुनाव के वक्त पता नही गांव में आए थे या नही। लेकिन उन्हे अब छठी बार इस गांव में आने का मौका मिला है। करनाल लोकसभा क्षेत्र में 9 विधानसभा क्षेत्र और 800 गांव है। प्रत्येक व्यक्ति के पास जाना मुश्किल है। लेकिन वह वायदा करते है कि वह प्रत्येक गांव में जाएंगेंं भी और चाय भी पिएंगें। उन्होने कहा कि नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने तो उन्होने शौचालय, स्वच्छता, मेक-इन-इंडिया समेत कई नारे लोगों को दिए।
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– नरेंद्र धूमसी, हरीश