चंडीगढ़ : राष्ट्रीय किसान महासंघ के आह्वान पर 23 फरवरी को दिल्ली घेराव से पहले बुधवार को रातभर हरियाणा में छापेमारी चलती रही। किसान संगठनों के दावे का अगर यकीन किया तो हरियाणा के विभिन्न जिलों से सैकड़ों किसानों को हिरासत में ले लिया गया है। रातभर हुई छापेमारी के दौरान पुलिस ने हरियाणा के कई जिलों में किसान नेताओं के गावों के बाहर नाकाबंदी करते हुए सर्च आप्रेशन भी चलाए। किसानों द्वारा शुक्रवार को दिल्ली घेराव किया जा रहा है। इस घेराव का मुख्य केंद्र बिंदु हरियाणा ही है। कई राज्यों के किसान हरियाणा से होकर ही दिल्ली पहुंच रहे हैं। जिसके चलते पुलिस ने बीती रात करीब 11 बजे पूरे प्रदेश में किसानों को हिरासत में लेने का अभियान शुरू किया।
देररात हरियाणा पुलिस ने कुरुक्षेत्र के पास पंजाब से आया एक ट्रक पकडऩे के बाद पंजाब पुलिस को भी अलर्ट कर दिया है। मिली सूचनाओं के मुताबिक पिछले चौबीस घंटों के दौरान हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों से कई किसान नेता और कार्यकर्ता एहतियातन हिरासत में ले लिए गए हैं। किसान नेता कर्म सिंह मथाना, कुरुक्षेत्र जिला प्रधान कृष्ण कुमार कलाल माजरा भूरा राम पपनवा सहित कई किसान नेताओं को हिरासत में लिए जाने की खबरें हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय किसान महासंघ की कोर कमेटी के सदस्य सरदार गुरनाम सिंह के घर पर पुलिस ने धावा बोला और उनके बड़े भाई गुरदीप सिंह और बड़े बेटे हर्षपाल को उठा लिए जाने की सूचना है। इसी तरह सत्यवान नरवाल मंडल प्रधान, यमुनानगर से संजू सरवा, कृष्ण सुडल, संदीप महेश्वरी, सोनीपत से रोहतास बेनीवाल, सुरेश कोथ प्रधान किसान संघर्ष समिति हिसार के अलावा पंजाब में रेलवे स्टेशन से किसानों को हिरासत में लिए जाने की सूचनाएं हैं।
हरियाणा पुलिस की आईजी ममता सिंह के मुताबिक राज्य में जरूरत के मुताबिक पैरा मिल्ट्री फोर्स की 25 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं जबकि हरियाणा पुलिस फोर्स भी जरूरत के मुताबिक तैनात की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि पंजाब से एक आया एक ट्रक पकड़ा गया और इसके बाद हरियाणा के डीजीपी ने पंजाब के डीजीपी से संपर्क कर अलर्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे हालात पर बारीक नजर रखी जा रही है और उसी हिसाब से कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार सुबह तक 31 लोग हिरासत में लिए जा चुके थे और प्रक्रिया जारी है।
अन्य विशेष खबरों के लिए पढ़िये पंजाब केसरी की अन्य रिपोर्ट।
(राजेश जैन)