फर्रुखनगर: फर्रुखनगर शहर में बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे लंबे कटों के कारण कस्बा के लोगो का सब्र का बांध टूटने लगा है। कभी भी उनका गुस्सा सड़क पर प्रर्दशन के रूप में दिखाई दे सकता है। सूर्य देवता की झुलसा देने वाली तेज किरणो का सामना करना दोपहर के समय आफत को मोल लेने केे बराबर है। भारी गर्मी के कारण लोगों का धर से निकलना दुभर हो गया है। उपर से बिजली के बार-बार कटो से मरीजो, बूजूर्ग लोगो व छोटेे बच्चों का जीना मुशिकल कर दिया है। इस कारण लोगों मेें भारी रोष व्याप्त है।
मदन लाल सैनी, नगरपालिका उप प्रधान सुरेशचंद गुरावलिया, पार्षद जयभगवान सैैनी,डा. बलजीत सैनी, बिन्टा सैनी, बेगराज मिस्त्री, कालिया मिस्त्री, धर्मबीर यादय, सुनील यादव, कृष्ण पंड़ीत, रामकिसोर सैनी व पूर्व प्रधार्न माया शर्मा आदि लोगो का कहना है कि करीब दश दिन से बिजली के भारी कटो के चलते लोगों का जीना दुभर हो रहा है। उन्होने कहा कि सभी शहर वासी बिल की अदायगी समय पर करते है।
कस्बे में कोई कुन्डी कनैक्सन भी नही है। जिसकी विभाग द्वारा समय-समय पर जांच भी की जाती है। फिर भी बिजली को तरसते है। एक तरफ प्रदेश सरकार ग्रामीण क्षेत्र में हमारा गांव जगमग गांव योजना के तहत 24 घंटे बिजली देने की बात करती है। यहां 24 घंटो में से करीब 10 घंटे भी बिजली नही मिल रही है। उनका कहना है कि बिजली के लंबे कटो के कारण इनवेटर भी जवाब दे जाते है। यह समस्या दिन में ही नही जबकी रात्री के समय में भी है। दिन तो जेसे तेसेे कट जाता है लेकिन रात्री में तो छोटे बच्चो का रो-रो कर बुरा हाल हो जाता है । बिजली कब आ जाए और कब चली जाए कुछ कहा नही जाता है। वही बिजली के कटो के कारण पेयजल समस्या भी होने लगी है।
बिजली के कारण घरो में पानी नही आने कि वजह से मजबूरी में कैंपर व पानी के टैंकर महगें भाव में मंगवाने पड़ रहे है। वही लोगो का कहना है कि अगर बिजली मे सुधार नही हुआ तो उन्हे मजबुर होकर रोड़ पर खडे होना पड़ सकता हैे और उसका जिमेवार बिजली विभाग होगा। वही बिजली विभाग के एसडीओ सुहेल अहमद: का कहना हैै कि तेज हवा के कारण बिजली के तारे के पास खडे पेडो की टहनीयां तारो से टच होने की वजह से बिजली ब्रेकडाऊन हो जाती है। करीब दो दिन से उनकी कटाई का कार्य चल रहा है। जिस की वजह से लाईट पुरी नही मिल रही हैे। इस कार्य को जल्द ही पुरा करा दिया जाएगा। और कार्य पुरा होने के साथ ही बिजली सुचारू रूप से चालू कर दी जाएगी।