सिरसा : हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि मौजूदा प्रदेश सरकार नित्य ऐसे कोई न कोई निर्णय लेती है जिससे प्रदेशवासियों के सामने दिक्कतें आएं। इसी कड़ी में अब सरकार ने प्रदेशभर की पंचायतों को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है जबकि वास्तविकता यह है कि गांवों में पर्याप्त बिजली की व्यवस्था ही नहीं है और न ही अधिकांश सरपंच व पंच शिक्षित हैं जो कंप्यूटर के माध्यम से पंचायतों का कामकाज ऑनलाइन कर सके। वे शनिवार को बरनाला रोड स्थित चौटाला हाउस में मीडियाकर्मियों से रूबरू हो रहे थे।
उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भाजपा सरकार ने ही पंचायतों में शिक्षित युवाओं को सरपंच बनाने के लिए नए नियम बनाकर आमजन के अधिकारों पर कुठाराघात किया था। जहां तक पंचायतों के कामकाज को ऑनलाइन किए जाने का निर्णय है, उससे प्रदेशभर की सभी पंचायतों में भाजपा सरकार के प्रति रोष है और वे सड़कों पर आने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यदि पंचायतें इस विरोध में कोई आंदोलन आरंभ करेंगी तो उनकी पार्टी पूरी तरह से पंचायतों का समर्थन करेगी। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि 7 मार्च की इनेलो की रैली के बाद से प्रदेशभर में बदले राजनीतिक हालात के चलते यह तय है कि प्रदेश में अगली सरकार इनेलो की है।
इनेलो की सरकार बनते ही उनकी पार्टी प्रदेशभर में आमजन को उनके अधिकार पंच सरपंच के तौर पर चुनाव लडऩे का अधिकार लौटाएगी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि किसानों की आर्थिक हालात पर चाबुक चलाने वाली भाजपा सरकार एक ओर जहां स्वयं को किसान हितैषी बताती है वहीं दूसरी ओर मंडियों में आज किसानों की सरसों की पैदावार को उचित मूल्य में नहीं खरीदा जा रहा। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सरसों की कोई खरीद एजेंसी घोषित न किए जाने के कारण मंडी में किसानों की सरसों की फसल को निर्धारित 4 हजार प्रति क्विंटल से कहीं कम दामों 3200 से 3400 रुपए प्रति क्विंटल के दामों पर खरीदा जा रहा है।
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(दीपक शर्मा)