जींद : जेल वार्डन के ठुमकों के मामले में चर्चित हुई जींद की जिला जेल में इस बार एक ओर बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। इस बार घटे घटनाक्रम से जेल के अंदर की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठा है। चोरी के मामले में विचाराधीन बंदी ने जेल के अंदर ही ट्रक के नीचे अपनी जान देकर जहां दुनिया को अलविदा कहा है, वहीं जेल के अंदर और बाहर नजर रखने वाले पहरेदारों की ड्यूटी पर सवाल खड़ा किया है। शनिवार सुबह जब एक ट्रक जेल के अंदर निर्माण सामग्री डालकर वापस लौट रहा था, तो उसके नीचे आकर बंदी ने अपनी जान दे दी। इस घटना से जेल प्रशासन में तो हड़कंप मच ही गई, साथ में सूचना पाकर मजिस्ट्रेट शिवानी राणा, डीएसपी कप्तान सिंह मौके पर पहुंचे। इन अधिकारियों ने हालातों का जायजा लेने के बाद शव को सामान्य अस्पताल में पहुंचाया। घटना स्थल से पोस्टमार्टम कार्रवाई तक वीडियोग्राफी करवाई गई।
मौके पर मौजूद बंदियों तथा मृतक के परिजनों के कलमबंद करने के बाद मृतक के शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया। मृतक पिछले तीन माह से जेल में बंद, नशेड़ी प्रवृति के चलते परिजन भी परेशान थे, जिसके चलते बंदी भी परेशान था। गांव उझाना निवासी देवराज (48) गढ़ी थाना में दर्ज चोरी के मामले में गत तीन जनवरी से जिला जेल में बंद था। शनिवार को सुबह ट्रक निर्माण लेकर जेल के अंदर गया हुआ था। उस दौरान बंदी परिसर में साफ सफाई व अपने दिनचर्या को निपटा रहे थे। जब ट्रक वापस लौट रहा था तो देवराज ने ट्रक के पिछले टायर के नीचे अपनी गर्दन दे दी और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पाकर जेल के अधिकारी, मजिस्ट्रेट शिवानी राणा, डीएसपी कप्तान सिंह जिला कारगार पहुंच गए।
मजिस्ट्रेट ने हालातों का जायजा और मौके पर मौजूद बंदियों से भी बातचीत की। इसके बाद परिजनों को मौके पर बुलाया और सभी तथ्यों को सामने रखा गया। मजिस्ट्रेट ने बंदियों के अलावा परिजनों के भी बयान दर्ज किए। छानबीन के दौरान सामने आया कि मृतक बंदी देवराज में चोरी के अलावा नशे की प्रवृति थी। गिर तारी होने के बाद परिजनों उसकी इसी प्रवृति के चलते जमानत नहीं करवाई। आशंका जताई जा रही है कि परेशानी चलते देवराज ने ट्रक के नीचे जान दे दी। मृतक के भाई बलबीर व उसकी पत्नी माया ने बताया कि नशेड़ी तथा चोरी की प्रवृति के चलते पूरा परिवार परेशान था, जिसके चलते उन्होंने देवराज की जमानत नहीं ली।
उसी से देवराज परेशान था। मजिस्ट्रेट की देखरेख में हुई कार्यवाही के बाद शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों के हवाले कर दिया। मृतक अपने पीछे पत्नी तथा चार बच्चे छोड़ गया है। डीएसपी कप्तान सिंह ने बताया कि मामले की जांच मजिस्ट्रेट द्वारा की गई है। मृतक चोरी के मामले में विचाराधीन बंदी था और वह मानसिक रूप से परेशान था। उसने जेल में निर्माण सामग्री डालने पहुंचे ट्रक के नीचे अपनी जान दे दी। शव का पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है।
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– संजय शर्मा